राम मंदिर निर्माण: चंदे में आ गया 1 हजार करोड़ से ज्यादा

अयोध्या। रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण को लेकर संघ व विहिप के सहयोग से रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से चलाए जा रहे निधि समर्पण अभियान में अब तक एक हजार करोड़ रुपए से अधिक खाते में आ चुके हैं। दिल्ली प्रवास से वापस लौटे रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से ने पत्रकारों की ओर से पूछे गये सवाल पर एकत्र राशि के बारे में एक अनुमान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी तक चलने वाले अभियान के समापन के पहले यह बता पाना खासा कठिन है कि कुल कितनी राशि जमा हुई।
ट्रस्ट महासचिव ने कहा कि निधि समर्पण अभियान में डेढ़ लाख टोलियां कार्यरत हैं। इन टोलियों में 37 हजार डिपाजिटर हैं जो टोलियों की ओर से एकत्र राशि व चेक सम्बन्धित बैंकों में जमा करा रहे हैं। वहीं एसबीआई, बैंक आफ बड़ौदा व पीएनबी से जुड़े देश भर के 46 हजार बैंकों की सभी शाखाएं पूरी तरह से तकनीकी तौर पर अपडेट नहीं। कई शाखाओं में बैंककर्मी ही शहरों की टोलियों से राशियों व चेक को रिसीव कर रहे हैं। ऐसे में चेक को क्लीयरिंग में लगाना है और उनका हिसाब पूरा करने में स्वाभाविक रूप से समय लगेगा। इस स्थिति में खाते में कुल जमा राशि की सही जानकारी मिलना संभव नहीं है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि गर्भगृह स्थल पर शुरू हुई मंदिर के नींव की खुदाई अब तक करीब पांच मीटर से अधिक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस स्थान पर भूमि पूजन किया था, उस लेवल से करीब 16 फिट गहराई में मलबा निकाला जा चुका है। उन्होंने बताया कि यह खुदाई पूरब-पश्चिम में करीब चार सौ फिट व उत्तर-दक्षिण में ढ़ाई सौ फिट है।