मोबाइल ओटीपी भी नहीं है सेफ: हो रहा साइबर क्राइम

बिजनेस डेस्क। देश में साइबर क्राइम के केस लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। कई लोगों को लगता है कि वह इसको लेकर पूरी तरह जागरूक है तो ऐसा गलत है। अगर कोई बैंकिंग ट्रांजेक्शन कर रहा है और ओटीपी नहीं आ रहा है, ऐसे में इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह धोखाधड़ी होने का सबसे बड़ा संकेत है। दरअसल सायबर सिक्योरिटी एक्सपट्र्स ने साइबर फ्रॉड के नए हमले का पता लगाया है। इसमें हैकर्स मोबाइल फोन से डेटा चोरी करने के लिए एसएमएस का इस्तेमाल कर रहे हैं। एक्टपट्र्स के मुताबिक हैकर्स हमला करने के लिए व्यापारिक परपस के लिए भेजे जाने वाले मैसेज का इस्तेमाल करते हैं। वे डेटा चोरी करने के लिए टेलीकॉम सर्विस में मौजूद कमियों को अपना हथियार बना रहे हैं। इस धोखाधड़ी में सायबर क्रिमिनल फोन के मैसेज कर हैक कर लेते हैं। फिर मैसेज को किसी और मोबाइल पर डायवर्ट कर देते हैं। बता दें ये बिल्कुल कॉल डायवर्ट की तरह होता है। जिसमें मैसेज कंपनी द्वारा भेजा तो जाता है, लेकिन ग्राहकों तक पहुंचता नहीं है। बीच में ही हैकर मैसेज को पढ़ लेते हैं और ट्रांजेक्शन को अंजाम दे देते हैं। इस फ्रॉड का पता मदरबोर्ड के रिपोर्टर जोसेफ कॉक्स ने लगाया है। उन्हें धोखाधड़ी का पता तब लगा जब उनके प्राइवेट नंबर पर हैकर्स ने अटैक कर दिया। हैरान करने वाली बात है कि हैकर सिर्फ 16 डॉलर (करीब 1,190 रुपए) का भुगतान कर सेवाओं तक पहुंच रहे हैं। जोसेफ के केस में सेवा देने वाली कंपनी ने कहा कि उसने गड़बड़ी को ठीक कर दिया है।