होली पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग

डेस्क। इस वर्ष 28 मार्च यानी रविवार को होली का पुण्य पर्व मनाया जाएगा। रविवार को 5:35 बजे तक उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र है। रविवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र योग (सर्वार्थ सिद्धि योग) बनता है। मित्र योग में होलिका पूजन का विशेष महत्व है। यद्यपि मित्र योग बहुत शुभ होता है, किंतु इस वर्ष होलिका पूजन का समय केवल 2 घंटे 39 मिनट रहेगा। दोपहर 1:51 तक भद्रा रहेगी और शाम को 4:30 बजे से 6:00 बजे तक राहुकाल होगा। इसके बीच की अवधि 2 घंटे 39 मिनट में ही महिलाओं को होली पूजन करना चाहिए। अपनी संतान की कुशलता,लंबी आयु एवं उन्नति के लिए महिलाएं होली का विधिवत पूजन करती हैं। ऐसे में शुभ मुहूर्त में ही होली पूजन करना श्रेयस्कर होगा। होलिका दहन के लिए शाम 6:33 बजे से रात्रि 12:22 तक अच्छा मुहूर्त है। होली का पर्व नवान्नेष्टि पर्व कहलाता है। इसका शाब्दिक अर्थ होता है (नव +अन्न + इष्टि) अर्थात नवीन अन्न के आगमन की इच्छा से मनाया हुआ उत्सव। होली के पर्व के समय रबी की फसल पकनी आरंभ हो जाती है। कृषक समाज बड़ी प्रसन्नता से गेहूं की बालियों को होलिका दहन के समय अग्नि में भूनकर घर लाते हैं और प्रसाद के रूप में अपने परिवार के सदस्यों को खिलाते हैं। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से घर में अन्न और धन-धान्य की हमेशा वृद्धि होती रहती है