जूना अखाड़े में नई न्यायपालिका के गठन की बैठक में श्रीमहंत नारायण गिरी हुए शामिल

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। संन्यासी अखाड़ों में सबसे प्राचीन श्री पंचदशनाम जूना आनंद भैरव अखाड़ा में सभी चारों मढियों 13,14,4 तथा 16 में नई न्यायपालिका के गठन हेतु हुई बैठक में दूधेश्वर पीठाधीश्वर व अंतर राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरी शामिल हुए।
श्रीमहंत नारायण गिरी अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में न्यायपालिका में चयनित किए जाने के लिए कई नामों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया गया। वर्तमान न्यायपालिका का कार्यकाल पूरा हो चुका है और 12 अप्रैल के शाही स्नान के पूर्व नई न्यायपालिका की घोषणा कर दी जाएगी जो कि 13 अप्रैल को चार्ज संभाल लेगी। नई न्यायपालिका को उज्जैन,नासिक,प्रयागराज,काशी बैजनाथ,वृंदावन,अयोध्या,खंदेल गुफा मध्य प्रदेश,हरिद्वार सहित सभी प्रमुख स्थानों का कार्यभार सौंपा जाएगा। न्यायपालिका में चारों मढीयों से चार श्रीमहंत,चार अष्ट कौशल महंत, सोलह सरदार व अन्य सदस्य चुने जाते हैं। प्रत्येक मढी न्यायपालिका के लिए नाम तय करके देती है। अभी तक 4 मढी तथा 16 मढी द्वारा अपने सदस्यों के नाम फाइनल कर दिए हैं। 13 मढी तथा 14 मढी में अभी भी नामों पर सहमति नहीं बन पाई है।
इस अवसर पर श्रीमहंत नारायण गिरी दूधेश्वर महादेव महा मठ मंदिर पीठाधीश्वर ने सभी नव दीक्षित महामंडलेश्वरों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके द्वारा अखाड़ा के हितों एवं सनातन धर्म के लिए और अधिक कार्य किया जाएगा। उन्होंने सभी से कोरोनावायरस विश्वव्यापी महामारी के लिए कोविड-19 का पालन करने का आह्वान करते हुए कहा कि गाइडलाइन का पालन ही इस महामारी से बचाव है।