उत्तर प्रदेश में चल रहे हैं आठ फर्जी विश्वविद्यालय

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नई दिल्ली। यूपी सरकार एक तरफ तो शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर तमाम दावे कर रही है वहीं वह यूपी में चल रहे फर्जी विवि पर रोक लगाने में नाकाम है। यूपी में शिक्षा माफियाओं का प्रभाव इस कदर है कि देश भर में उनको यूपी एक सेफ जोन की तरह लगता है। यूपी में आठ विवि फर्जी निकले हैं जिनकी लिस्ट यूजीसी ने जारी की है। यूजीसी ने देश में उन 21 विश्वविद्यालयों की एक लिस्ट जारी की हैं जो देशभर में फर्जी डिग्री द्वारा देश में हजारों छात्रों के भविष्य को मजाक बना रहे हैं। यूजीसी को छात्रों से इन यूनिवर्सिटीज में दाखिला नही लेने की सलाह दी हैं। ऐसे किसी भी विश्वविद्यालय के छात्रों की डिग्री मान्य नहीं होगी।
यूजीसी की फर्जी विश्वविद्यालयों की लिस्ट में 21 में से आठ फर्जी यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश में हैं तो दिल्ली 6 फर्जी यूनिवर्सिटी के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इसके अलावा तमिलनाडू, केरल, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में भी एक-एक फर्जी यूनिवर्सिटी संचालित होती हैं। देश में फैले शिक्षा के इस फर्जीवाड़े में न जाने कितने छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा हैं। उत्तर प्रदेश में वैसे ही शिक्षा व्यवस्था की कमजोरी जब तब सामने आती रहती हैं। शिक्षा माफियाओं की मुफीद जगह के रूप में उत्तर प्रदेश वैसे ही मनपसंद राज्य हैं। पेपर लीक और नक़ल के लिए बदनाम उत्तर प्रदेश में इस प्रकार के फर्जी गुरुकुल राज्य की रही सही व्यवस्था का बेडा गर्क कर प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल रहे हैं। फर्जी घोषित विवि में महिला ग्राम विद्यापीठ विश्वविद्यालय (महिला विश्वविद्यालय) प्रयाग इलाहाबाद, गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग इलाहाबाद, नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी कानपुर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस युनिवर्सिटी (ओपन युनिवर्सिटी) अचलताल अलीगढ़, उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, कोसी कलां मथुरा महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय प्रतापगढ़, इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद इंस्टीट्यूशनल एरिया, खोड़ा, मकनपुर नोएडा,गुरूकुल विश्वविद्यालय वृंदावन मथुरा का नाम है।