पालतू कुत्ते हो रहे हैं डायबिटीज के मरीज

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद । कोरोना की दूसरी लहर ने एक और जहां इंसानी जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है उसी तरह बेजुबान जानवर भी इसके प्रभाव से अछूते नहीं रह सके है । लॉक डाउन की वजह से लगातार है घरों में कैद रहने तथा अधिक खाने की वजह से मोटापा डायबिटीज तथा अन्य बीमारियों के शिकार पालतू कुत्ते भी हो रहे हैं। पशु चिकित्सकों के अनुसार कुत्तों में कोरोना लॉक डाउन की वजह से डायबिटीज हाई ब्लड प्रेशर तथा थायराइड जैसी बीमारियों बढ़ी है। इसके अलावा पालतू डॉगी में चिड़चिड़ापन तथा तनाव के लक्षण भी परिलक्षित होने लगे हैं । अनियमित दिनचर्या, अनियमित तथा अधिक भोजन, वर्कआउट में कमी आदि इसके कई कारण है । पशु चिकित्सकों का कहना है कि लॉकडाउन के समय तथा उसके बाद डॉगी के मालिक अपनी व्यस्तता भरी जिंदगी के कारण डॉगी को बाहर घुमाने नहीं ले जा पाते जिसके कारण डॉगी में बीमारियां बढऩे लगी है । इसके अलावा डॉगीज में डिहाईड्रेशन के लक्षण भी दिखने लगे हैं। पहले ऐसी बीमारियां केवल 1त्न डॉगीज में ही देखने को मिलती थी। परंतु अब यह बीमारियां डॉगीज में आम हो चली है। एक्सपट्र्स के अनुसार परिवार में रोज होने वाले तनाव तथा झगड़े के कारण अक्सर पालतू डॉगीज भी तनावग्रस्त तथा अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं। घरेलू कुत्तों में डायबिटीज का बढऩा उनके तनावग्रस्त होने के कारण ही होता है । तनावग्रस्त डॉगीज अक्सर शांत हो जाते हैं या फिर अत्यधिक भौकते हैं । पशु चिकित्सकों के अनुसार यदि डॉगी जल्दी थक जाए, उसे बार-बार पेशाब आए, अधिक भौके, उसे अधिक भूख लगे या फिर यदि अचानक उसका वजन बढ़ जाए तो ऐसे में उसे चिकित्सक को दिखाना चाहिए।