सेवानिवृत्त वैज्ञानिक से ठगे 5 लाख

श्यामल मुखर्जी, साहिबाबाद । फैजाबाद के वृंदावन कॉलोनी निवासी एक रिटायर्ड वैज्ञानिक से ठगों ने केवाईसी करवाने के नाम पर फोन पर कॉलिंग के जरिए 5 लाख रुपए ठग लिए । पीडि़त के मोबाइल पर पैसे निकालने जाने का मैसेज आने के बाद उन्हें इसका पता चला। वैज्ञानिक ने यह आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस को शिकायत देने के बाद 21 दिन के उपरांत मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई। उनके अनुसार पुलिस की लेटलतीफी की वजह से ही अभी तक आरोपियों का पता नहीं चल पाया है। वैज्ञानिक ने पुलिस के ढुलमुल रवैया तथा लापरवाही पर गहरा असंतोष जाहिर किया है। दिल्ली स्थित पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक राजकुमार अनुसार उनके पैन कार्ड में किसी तकनीकी खामी की वजह से कुछ दिक्कत आ रही थी। इसके बाद बैंक से उनके पास लगातार मैसेज आने शुरू हो गए। राजकुमार के अनुसार इसी दरमियान एक प्राइवेट कंपनी से उनके पास केवाईसी करवाने के लिए मैसेज आया। कंपनी के निर्देशानुसार राजकुमार ने ऐप डाउनलोड कर आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके बाद ठाकुरद्वारा कौन से बैंक की डिटेल तथा अन्य जानकारियां मांगी गई। और इसके तुरंत बाद ठगों मैं उनके बैंक अकाउंट से 6 बार में 5 लाख 4 हजार निकाल लिए। जब पीडि़त के मोबाइल पर पैसों के निष्कासन का मैसेज आया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत ऐप को इंस्टॉल किया तथा पुलिस को घटना की सूचना दी। पीडि़त का आरोप है कि पुलिस द्वारा जल्द ही इस बारे में कार्यवाही कर ठगों का पता लगाने का आश्वासन दिया गया था। परंतु यह महज आश्वासन भर था। पुलिस द्वारा घटना के घटित होने के 20 दिन के बाद एफ आई आर दर्ज की गई।