सुभास पार्टी ने धूमधाम से मनाया शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्मदिवस

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) ने अपने कार्यालय सुभाषिनी ऑफसेट, जगदीश नगर, गाजियाबाद पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह का 115वां जन्मदिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) के संयोजक सतेन्द्र यादव द्वारा शहीद भगतसिंह के चित्र पर माल्र्यापण कर जन्मदिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शहीदे-ए-आजम का जन्म 27-28 सितम्बर मध्य रात्रि में 1907 में लायलपुर जिले के बंगा गांव में जो अब पाकिस्तान में है, हुआ था। इस कारण भगत सिंह का परिवार इनका जन्मदिन 28 सितम्बर को मनाते है। भगत सिंह पूरा परिवार क्रान्तिकारी था। उन्होंने जेल में 116 दिन की भूख हड़ताल की भगतसिंह की फाँसी को रोकने के लिए पूरी दुनिया के लोगों ने कोशिश की । यहां तक की ब्रिटिश सांसदो तक ने फाँसी रोकने की कोशिश की। लाखों लोगों ने इस बारे में पत्र लिखा जिसमे से कुछ तो खून से लिखे गये थे। भारत में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस व मौहम्मद अली जिन्ना ने पुरजोर कोशिश की लेकिन अंग्रेजों ने किसी की न मानी। महज 23 साल 5 महीने 25 दिन की आयु में 23 मार्च 1931 की शाम 7:33 उन्हें फाँसी दी गई। इनके पिता किशन सिंह व माता विद्यावती ने बचपन से ही भगत सिंह को देशभक्ति व अन्याय के खिलाफ लडऩे के शिक्षा दी। सुभाष युवा मोर्चा के संरक्षक अमरदत्त शर्मा ने कहा खुद में देशभक्ति के जज्बे को भरने के लिए शहीद भगत सिंह का नाम ही काफी है उनमें देश के प्रति इतना प्रेम था कि वह हँसते-हँसते फांसी के फंदे पर झूल गये। समाज में फैली शोषण व अमीरी गरीबी की खाई को भगत सिंह के रास्ते पर चलकर ही मिटाया जा सकता है। सुभास पार्टी के मुरादनगर विधानसभा प्रभारी मनोज शर्मा ‘होदिया’ ने कहा कि स्कूली शिक्षा से ही वह वह भारत की आजादी के सपने देखने लगे और गांधी जी के असहयोग आन्दोलन में भाग लिया। जब माता-पिता ने शादी करनी चाही तो घर से भाग गये और अपने पीछे एक खत छोड़ गये उसमें उन्होंने लिखा की उन्होंने अपना जीवन देश को आजाद कराने के लिए समर्पित कर दिया है। लाहौर षडयंत्र केस में राजगुरू, सुखदेव के साथ भगत सिंह को भी फांसी की सजा सुनायी गयी। इस अवसर पर गोपाल सिंह, सुनील दत्त, हरीश शमी, रामकुमार शर्मा, रामअवतार यादव, उदयवीर यादव,एस. एन. शर्मा, सौरभ यादव, योगेंद्र हितैषी, गौरव सूर्यवंशी,अनुपम अग्रवाल,उमेश गर्ग, सन्दीप,विशाल सक्सेना, अभिनन्दन तिवारी, रवि राना, पी, के. सिंह, एन. पी. दीक्षित, प्रताप सिंह, दीपक शर्मा, अर्चना शर्मा, मनोज गुलाटी, एन. डी. दीक्षित, दीपक वर्मा, विनोद अकेला, संजय शर्मा, रिंकू दीक्षित, अनिल सिन्हा, उमेश दीक्षित, धनंजय कुमार सिंह, दलीप पाण्डे, विवेक राणा, विकास, राम गोपाल, नसरूद्दीन मलिक, जगदीश गोयल, राजेश यादव, ,वी पी सिंह, बीरपाल यादव, एस एस मरनाल,राजपाल शर्मा,देवेन्द्र शर्मा, पवन कुमार, दीपक कुमार, रिंकू, अक्षय, रोहित आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।