महाकाल के दरबार में भक्तों का रेला

उज्जैन। कोरोना गाइड लाइन की सख्ती से उज्जैन के महाकाल मंदिर में बिना श्रद्धालुजनों के शयन आरती से 2021 की विदाई की गई तो भस्म आरती में भी आम श्रद्धालुओं की गैरमौजूदगी में 2022 का स्वागत किया गया। इन आरतियों में मंदिर के पुजारी-पंडों ने ही बीते साल को विदा किया और नए साल का स्वागत किया। नए साल की भस्म आरती पर विशेष श्रृंगार किया गया। इसके बाद नए साल में श्रद्धालुओं की भीड़ महाकाल मंदिर पहुंची। धार्मिक नगरी उज्जैन में कोरोना की गाइड लाइन में नाइट कफ्र्यू का सख्त पहरा रहा जिससे 2021 की विदाई और 2022 का स्वागत करने वाले श्रद्धालुजन वहां नहीं पहुंच सके। रात को शयन आरती जहां पुजारी व पंडों ने की तो भस्म आरती में भी आम श्रद्धालु नहीं पहुंचे। 2022 की शुरुआत बाबा महाकाल की भस्म आरती से की गई। यहां पंडे पुजारियों ने नए वर्ष की मंगलकामना की।