अखिलेश की रणनीति: हाईफाई प्रचार, बूथ मैनजमेंट

चुनावी डेस्क। यूपी का रण जीतने के लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने स्तर से जोर आजमाइश शुरू कर दी है। भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सभी पार्टियां अपनी-अपनी सरकार में हुए कामों का बखान कर रही हैं। हालांकि सपा ज्यादातर जोर युवाओं को साधने में लगा रही है। इसके लिए उसने एक बूथ मैनजमेंट भी बनाया है। सपा इन दिनों हाईफाई प्रचार अभियान के बीच बूथ मैनेजमेंट पर सबसे ज्यादा जोर दे रही है। उसकी नजर 52.80 लाख नए वोटरों पर है। इनको लुभाने के लिए पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने अपने संगठन को पूरी तरह लगा दिया है। इनमें ज्यादातर युवा वोटर हैं। इनकी उम्र भी काफी कम है। सपा खुद को युवा की हितैषी के रूप में पेश कर इन वोटरों से संपर्क कर रही है। पिछली अखिलेश सरकार द्वारा लैपटाप व टैबलेट बांटे जाने की योजना की जानकारी इन्हें खास तौर पर दी जा रही है और भविष्य में सरकार बनने पर ऐसी ही योजना फिर लाने की बात कही जा रही है। पार्टी के बूथ प्रभारी वोटर लिस्ट के हिसाब से इनसे जुडऩे की कोशिश कर रहे हैं। इन्हें मतदान केंद्र तक लाने की जिम्मेदारी भी इन कार्यकर्ताओं की है। चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण कर विभिन्न कारणों से 21.40 लाख वोटरों के नाम काटे हैं। इन्हें वैध दस्तावेज के आधार पर पुन: मतदाता सूची में शामिल होने का मौका है।