रोजगार को चुनावीं मुद्दा बनाने के सवाल पर 25 को डिजिटल युवा पंचायत

डेस्क। भाजपा को हराने और रोजगार को चुनावीं मुद्दा बनाने के लिए युवाओं ने कमर कस ली है। संक्रमण की तीसरे लहर के खतरे के मद्देनजर युवाओं का फोकस डिजिटल कैंपेन पर है। इस कैंपेन में तेजी लाने के लिए 25 जनवरी को युवा पंचायत बुलाई गई है जो कि डिजिटल मोड में होगी। इसका निर्णय युवा पंच पदाधिकारियों की प्रदेश स्तरीय वर्चुअल मीटिंग में लिया है। छात्रों से डिजिटल संवाद में युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने कहा कि सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देकर प्रदेश में बेरोजगारी की दर में अप्रत्याशित गिरावट का दावा पूरी तौर पर फर्जी है। उन्होंने सीएमआईई के हाल में जारी आंकड़ों के हवाले कहा कि सितंबर-दिसंबर 2021 में रोजगार दर 32.79त्न थी जो इसी अवधि में ठीक 5 साल पहले 38.5त्न से 5.71 त्न कम है। दरअसल इस अवधि में 16 लाख रोजगार खत्म हुए हैं और इस तरह योगी राज में रोजगार सृजन नकारात्मक रहा। छात्रों से वर्चुअल संवाद में युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि योगी सरकार 5 साल सिर्फ प्रचार, घोषणाएं व वादे करती रही। प्रदेश में न तो रोजगार सृजन के लिए कुछ किया गया और न ही सरकारी विभागों में 5 लाख रिक्त पदों को भरने के लिए ही कुछ किया गया। युवाओं के भाजपा से रोष की यही प्रमुख वजह है। युवा मंच पदाधिकारियों ने बताया कि डिजिटल कैंपेन में चयन प्रक्रिया को भ्रष्टाचार मुक्त व पारदर्शी बनाने, हाल में एनटीपीसी रेलवे के परिणाम परिणाम को संशोधित कर 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराने व धांधली के आरोपों की निष्पक्ष जांच जैसे मुद्दों को भी उठाया जायेगा।
वर्चुअल मीटिंग व संवाद में प्रयागराज से पंकज पांडेय, ईशान, बीएल यादव, अतुल तिवारी, अनंत प्रकाश सिंह, आजमगढ़ से जय प्रकाश यादव, लखनऊ से आशीष चौधरी, गोरखपुर जोन से वागीश धर राय, चंदौली से आलोक राय, वाराणसी से दिव्यांशु राय, झांसी से धर्मेंद्र यादव, आगरा से प्रशांत सागर, शामली से कुलदीप कुमार आदि ने अपने विचार रखे। वर्चुअल संवाद में सैकड़ों शामिल रहे।