पहले चरण का मतदान कल: कौन मारेगा मैदान

अमृतांशु मिश्र। यूपी विधानसभा के लिए गुरुवार को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होना है। इन सभी सीटों पर प्रचार थमने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि- कौन जीतेगा मैदान? पिछली बार विपक्ष का सफाया करने वाली भाजपा क्या 2017 का रिकार्ड दोहरा पाएगी या सपा-रालोद गठबंधन असरदार साबित होगा। कैराना पलायन से लेकर एक साल तक चले किसान आंदोलन के मुद्दों को लेकर सबकी निगाहें पश्चिमी यूपी के चुनाव पर हैं। इस बार तस्वीर भी बदली हुई है और मुद्दे भी। सभी दलों के महारथियों का इम्तिहान है। पश्चिमी यूपी की 58 हॉट सीटों के महासंग्राम का फैसला 10 फरवरी को होगा। सियासी बोलों से यहां का पारा चढ़ा हुआ है। सभी दलों के महारथियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जमकर मथा। दंगा, जिन्ना, गन्ने से शुरू हुआ प्रचार-युद्ध कानून व्यवस्था तक टिक गया। दिग्गज पूरी तैयारी से उतरे। पश्चिमी यूपी की तमाम सीटों पर इस बार तगड़ा मुकाबला माना जा रहा है। ज्यादातर सीटो पर भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच मुकाबला माना जा रहा है, वहीं कुछ सीटों पर कांग्रेस और बसपा भी गणित बिगाडऩे में जुटी हैं। पर्दे के पीछे कुछ और भी कारक हैं जिनको लेकर कहीं भाजपा परेशान है तो कहीं गठबंधन। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की हर सीट पर मुकाबला दिलचस्प है। क्योंकि, भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन की ओर से खूब हुंकार भरी गई। खूब तीखी बयानबाजी हुई। इस सबके बीच कभी ये पलड़ा, तो कभी वो पलड़ा भारी दिखा। वहीं, इन अन्य दलों के मतदाता खामोशी से सारी चालों पर नजर रखे हुए थे। ये खामोश मतदाता उलटफेर कर सकते हैं।