मतदान के अखाड़े में साहिबाबाद फिसड्डी: लोनी और मोदीनगर रहे अव्वल

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। जनपद में हुए पांचों विधानसभा सीटों पर मतदान में ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता इस बार शहरी क्षेत्र के मतदाताओं से ज्यादा सक्रिय नजर आए। मोदीनगर तथा लोनी क्षेत्र के मतदाता 60 त्न मतदान के साथ जनपद में अव्वल रहे । मोदीनगर इनमें से सबसे ऊपर रहा जहां 66.50 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि शहरी क्षेत्र में गाजियाबाद तथा साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र मतदान के मामले में दूसरे नंबर पर रहा । इन दोनों में से भी साहिबाबाद 47.22 प्रतिशत वोटों के साथ सबसे फिसड्डी साबित हुआ। जनपद में देहात तक फैली हुई मुरादनगर सीट मतदान का प्रतिशत 59.70 रहा । अगर पूरे जिले की बात की जाए तो कुल 58 .4 9त्न वोट डाले गए । हालांकि यह वोट प्रतिशत 2017 के चुनावों के मुकाबले कहीं अधिक है । 2017 के चुनावों में कुल 55 . 7 3त्न ही वोट डाले गए थे। इस हिसाब से इस बार वोट प्रतिशत में 2.76 की वृद्धि हुई है। मतदान संपन्न होने के साथ ही साथ अब गाजियाबाद जनपद की पांचों विधानसभा सीटों के 52 प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम मशीन में 10 मार्च तक के लिए बंद हो गई है। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब शहरी क्षेत्र से ज्यादा गाजियाबाद देहात की सीटों में मतदाताओं का वोट प्रतिशत ज्यादा रहा है । पिछली बार अर्थात 2017 चुनाव में भी लोनी तथा मोदीनगर विधानसभा सीटों में 60त्न से ज्यादा मतदान के साथ बाजी मारी थी। इसी प्रकार गाजियाबाद और शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र पिछली बार भी मतदान के मामले में फिसड्डी रहे थे । पिछली बार इन चित्रों का मतदान प्रतिशत 4 9.20 था जबकि इस बार यह प्रतिशत और भी ज्यादा कम है। सभी राजनीतिक पार्टियों की जीत की अपनी-अपनी दावेदारी है। फिर चाहे वह भाजपा हो अथवा बसपा, सपा रालोद का गठबंधन, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, एआईएमए या कोई और पार्टी। अब देखना यह है कि आगामी 10 मार्च को किस प्रत्याशी की किस्मत का सितारा चमकता है और किसके सितारे गर्दिश में होते हैं।