इलाहाबाद दक्षिण सीट: नंदी का जलवा कायम पर छात्रों में नाराजगी

प्रयागराज। एक समय था, जब नंद गोपाल गुप्ता नंदी नागपुर में अनाज की मंडी में अनाज तौलने का काम करते थे. हाईस्कूल पास नंदी को फील्डवर्क ज्यादा पसंद था. व्यापार की बारीकियां समझकर नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने इलाहाबाद आकर दाल मिल शुरू की. मगर बाहुबली अतीक अहमद के करीबी विजय मिश्रा ने हफ्ता वसूली के नाम पर मिल में काफी तोडफ़ोड़ कर दी. हफ्ता देने से मना करने के बाद नंदी और विजय मिश्रा के बीच दुश्मनी हो गई. हालांकि उसके बाद पूरे शहर में व्यापारियों ने नंदी के समर्थन में चक्का जाम कर दिया था. नंदी ने विजय मिश्रा को चौराहे पर मारा भी था. इसी दुश्मनी के चलते मंत्री रहते हुए 13 जुलाई 2010 को मंदिर जाते वक्त नंदी पर बम से हमला भी हुआ, जिसमें उनके हाथ की दो उंगलियां कट गईं और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई. नंदी को चार महीने अस्पताल में रहना पड़ा था। नंद गोपाल गुप्ता नंदी योगी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री हैं. नंदी के राजनीतिक सफर की शुरूआत 2007 में हुई थी. मायावती ने नंद गोपाल गुप्ता को विधानसभा का टिकट दिया. उस चुनाव में उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता केशरीनाथ त्रिपाठी और कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को हरा दिया. इसके बाद मायावती ने नंदी को अपनी सरकार में राजस्व मंत्री बनाया. 2012 के विधानसभा चुनाव में नंदी को सपा प्रत्याशी हाजी परवेज ने महज 414 वोटों से हरा दिया. इसके बाद 2014 में वह कांग्रेस में आ गए और लोकसभा का चुनाव लड़ा. मगर इस बार भी हार झेलनी पड़ी. इसके बाद कुछ सालों के लिए नंदी सक्रिय राजनीति से गायब हो गए। 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने नंदी को इलाहाबाद दक्षिण सीट से मैदान में उतारा. उस चुनाव में उन्होंने रिकार्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की और फिर योगी सरकार में मंत्री बने. राजनीति के साथ-साथ नंदी बिजनेस में भी ऊंचाइयां चढ़ते गए. नंदी ब्रांड का नमक, गेहूं, आटा, चावल का निर्यात भी करने लगे. नंद गोपाल गुप्ता की पत्नी अभिलाषा गुप्ता 2012 में इलाहाबाद की मेयर चुनी गई थीं। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने नंद गोपाल गुप्ता को इस बार भी इलाहाबाद दक्षिण से ही चुनाव मैदान में उतारा है. नंदी इलाहाबाद के व्यापारियों में काफी लोकप्रिय हैं. अपनी मुस्कुराहट से वो हर मिलने वाले का दिल जीत लेते हैं. ठेठ गंवई अंदाज और उसी तरीके से हर एक के सुख-दुख में साथ खड़े रहने वाले नंदी को हर तबके और उम्र का आदमी पसंद करता है। हालांकि प्रयागराज में छात्रों में इस बात को लेकर रोष है कि इस सरकार में सभी परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए. पिछले महीने जिस तरह से प्रतियोगी छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया था. इन दोनों मुद्दों का इस चुनाव पर खासा असर दिखाई पड़ रहा है. दिव्यांशु प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि पिटाई की घटना को लेकर सभी छात्रों में बहुत रोष है. व्यापारी वर्ग में जीएसटी के नए रेट को लेकर भी काफी नाराजगी है।