श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े युद्ध के बीच एक और जहां पूरे विश्व में अफरा-तफरी का माहौल है वही गाजियाबाद के लिए बीएफ मुसीबत का सबब बना हुआ है। मोदीनगर तथा मुरादनगर के तीन छात्र इस वक्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन छात्रों द्वारा भारत सरकार से उनकी अभिलंब सुरक्षित निकासी के लिए गुहार लगाई गई है । यह तीनों छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए हुए थे। छात्रों ने वीडियो जारी कर वहां की स्थिति की भयावहता के बारे में अपने परिजनों को तथा भारत सरकार को अवगत करवाया है । छात्रों ने इस वीडियो में बताया है कि किस तरह से उनके सर के ऊपर लगातार लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर में रह रहे हैं । उन्हें बनकर में रखा गया है । चारों तरफ आग और तबाही का तांडव मचा हुआ है। पूरे देश में इमरजेंसी है इसलिए खाने पीने की चीजों की तथा बाहर के आवागमन की खासी दिक्कतों का सामना उन्हें लगातार करना पड़ रहा है। लोनी के विकास कुंज के निवासी शिवम ने वह की हालत के बारे में वीडियो बनाकर अपने परिजनों के साथ साझा किया जिससे शिवम के परिजनों की बेचैनी बढ़ गई । शिवम ने लोनी के अपने परिजनों को बताया कि उसके चारों तरफ लगातार छूट और धमाकों की आवाज आ रही है भोजपुरी शहर में अफरा-तफरी मची है। वह सुबह से भूखा है और खाने का कोई इंतजाम नहीं । बाहर निकलने के सारे रास्ते बंद है । शिवम ने तुरंत अपने परिजनों को उसे भारत वापस बुलाने को कहा है। इसी प्रकार मुरादनगर निवासी हाजी एजाज अहमद ने बताया कि उनका बेटा जैद मात्र 3 महीने पहले एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गया था। जैद ने बताया कि उसके हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्र बमबारी के डर से अब ग्राउंड फ्लोर में शिफ्ट हो गए हैं। हॉस्टल प्रबंधन द्वारा उनके खाने पीने की व्यवस्था की गई है। यहां सभी लोग सुरक्षित हैं परंतु ऐसी विषम परिस्थिति में जैद को अपने घरवालों की याद सता रही है। मुरादनगर के गांधी कॉलोनी निवासी डॉक्टर राशिद ने बताया कि लगभग 5 महीने पहले उनका पुत्र शहदत एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गया था । कल दोपहर फोन पर उससे बात हुई । बेटे ने बताया कि उसे अन्य छात्रों के साथ सुरक्षित बनकर में ले जाया गया है। यहां के हालात ठीक नहीं है और सभी छात्र बुरी तरह डरे हुए हैं। पूरे दिन और पूरी रात रह रह कर विस्फोट की आवाज सुनाई दे रही है । आसमान पर लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर मंडरा रहे हैं। यहां फंसे छात्रों का एक-एक पल बहुत मुश्किल से कट रहा है। चिंतित परिजनों द्वारा सभी छात्रों की अविलंब निकासी के लिए भारत सरकार से अपील की गई है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार इस दिशा में यद्यपि लगातार तेजी से काम कर रही है परंतु जब तक उनके बच्चे सुरक्षित घर वापस ना लौट आएं, उन्हें चिंता सता रही है।