ग्राहकों के सिम के सहारे बैंक खाते में शातिर लगा रहे हैं सेंध

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। मोबाइल का सिम बंद होने अथवा लंबे समय तक ना इस्तेमाल किए जाने की स्थिति में मोबाइल ऑपरेटर कंपनी द्वारा वह नंबर किसी और ग्राहक को दे दिया जाता है। ऐसे में उस सिम का पहले इस्तेमाल करने वाला ग्राहक अक्सर इस बात को भूल जाता है अथवा नजरअंदाज कर देता है कि उसके पुराने नंबर पर उसके बैंक अकाउंट, पेमेंट एप्स तथा सोशल मीडिया के अकाउंट भी शामिल है। यदि आप इस बात की परवाह नहीं करते क्योंकि आपका पुराना मोबाइल नंबर अब बंद हो चुका है तो सावधान हो जाइए क्योंकि ठगो द्वारा आपके बैंक खातों में सेंधमारी की जा सकती है। जनपद में अब तक ऐसे कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं जून में ग्राहकों के पुराने नंबर बंद होने के बाद भी उनके बैंक खातों से खरगोश द्वारा रुपए निकाल लिए गए । हाल में एक ऐसा ही मामला है विजय नगर थाना क्षेत्र का सामने आया है जिसमें एक निजी कंपनी में ऐसा के पद पर कार्यरत युवती नहीं अपनी आपबीती बयां की। उन्होंने बताया कि इस नंबर से पहले उन्होंने पेटीएम के लिए लॉगिन किया तो उसमें पहले से ही किसी अन्य व्यक्ति का अकाउंट बना हुआ आया जिनसे वह परिचित नहीं थी । यूपी द्वारा अनजाने में उसी अकाउंट पर अपने नाम से सेकेंडरी अकाउंट बना लिया । परंतु कुछ समय बाद पीडि़ता को यह ज्ञात हुआ कि जो रकम वह अपने अकाउंट से मंगवाया करती थी वही नंबर अमाउंट और के अकाउंट से तब जाया करता था । यूपी के अकाउंट से कटी हुई रकम उनके पूर्ववर्ती प्राइमरी अकाउंट में ट्रांसफर हो जाया करते थे। पीडि़ता ने इस घटना की शिकायत स्थानीय पुलिस से की। इसी प्रकार अक्टूबर माह में मधुबन बापूधाम क्षेत्र निवासी एक युवक का सिम अचानक बंद हो गया । इसके बाद उस युवक ने अपना नया नंबर तो ले लिया परंतु नए नंबर को बैंक अकाउंट में अपडेट कराना भूल गया। संजोग से उसका पुराना नंबर किसी ठग के हाथ या लगा और उसने उस युवक के पुराने नंबर के जरिए उसके अकाउंट से 15लाख रुपए ठग लिए । पीडि़त की जानकारी में जब यह बात आई तो उसने जनपद के साइबर क्राइम सेल को इसकी जानकारी दी । साइबर सेल द्वारा जब आरोपी को गिरफ्तार किया गया तो उसके पास से लाखों रुपए की नगदी के अलावा अन्य बहुमूल्य दस्तावेज बरामद हुए । इस प्रकार की कई घटनाएं साइबर सेल के संज्ञान में आ चुकी है। ऐसी घटनाओं की शिकायत मिलने पर पुलिस द्वारा इस पर कार्यवाही की जाती है।