बुखारी की मुलायम को सलाह: मुसलमान बेचैन हैं, अकेले मत लडिय़े चुनाव

Mulayam and bukhari
लखनऊ। दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी ने समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव तथा उसकी यूपी इकाई के अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बिहार विधानसभा चुनाव को जनता परिवार के महागठबंधन से अलग होकर लडऩे के फैसले पर फिर से विचार करने की अपील की है। बुखारी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि मौजूदा सियासी हालात में वह अखिलेश और मुलायम सिंह यादव से अपील करते हैं कि वह बिहार चुनाव के सिलसिले में लिये गये फैसले पर विचार करें, क्योंकि सपा मुखिया के इस फैसले के बाद उनके सियासी विरोधी उन पर भाजपा के साथ साठगांठ करने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे इल्जामात से गलत असर पड़ेगा।
शाही इमाम ने यह खत गत आठ सितम्बर को लिखा था लेकिन इसे बाद में मीडिया को जारी किया गया। बुखारी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन से अलग होकर चुनाव लडऩे के सपा के फैसले से धर्मनिरपेक्ष जनता और खासकर मुसलमान बहुत बेचैनी महसूस कर रहे हैं। मालूम हो कि सपा ने बिहार के आसन्न विधानसभा चुनाव जदयू तथा राजद समेत कई दलों के महागठबंधन से अलग अपने बलबूते पर लडऩे का फैसला किया है।बुखारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में मुसलमानों ने मुलायम सिंह यादव की छवि पर यकीन करते हुए साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने के लिये सपा को भरपूर वोट दिया। आज तीन साल से ज्यादा का वक्त गुजर गया है लेकिन जेलों में बंद बेगुनाह मुसलमानों की रिहाई, सच्चर समिति की रिपोर्ट पर अमल, पुलिस में मुसलमानों की भर्ती, मुसलमानों को आरक्षण समेत अनेक वादों को अमली जामा पहनाने के लिये अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।