आंगनबाड़ी केंद्रों पर वर्कर बनाएंगी अब नौनिहालों के आधार कार्ड

adharहमीरपुर। प्रदेश में 0 से 5 साल तक के नौनिहालों के आधार कार्ड अब चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बनेंगे। यह कार्ड वर्करों द्वारा बनाए जाएंगे। परिजनों को अब अपने छोटे बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए जिला और ब्लॉक मुख्यालयों तक नहीं दौडऩा पड़ेगा। प्रदेश भर में नवंबर माह से कार्ड बनाने की सुविधा शुरू हो जाएगी। कार्ड बनाने के नए सिस्टम के निर्देश सभी जिलों के डीपीओ को जारी कर दिए गए हैं। इसके लिए वर्करों को टैबलेट दिए जाएंगे। आंगनबाड़ी केंद्र में बैठ कर वह आधार रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करेंगी। पांच साल तक का हर बच्चा इसमें कवर करने का टारगेट दिया गया है। आधार कार्ड बनाने के लिए वर्करों को हाइटेक टैबलेट दिए जाएंगे। 10 पंचायतों पर एक टैबलेट दिया जाएगा। ग्रुप की सभी पंचायतें बाकी सभी इसका इस्तेमाल करेंगी। प्रदेश में सवा तीन सौ टैबलेट वर्करों को इस काम के लिए दिए जाएंगे। इनके रख-रखाव की सारी जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी। रोटेशन में टैबलेट घूमता रहेगा। आधार कार्ड बनाने के लिए सॉफ्टवेयर इसमें लोड होंगे। कैमरा भी साथ में लगा होगा।
महिला एवं बाल विकास ने आधार कार्ड बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके तहत हर पंचायत में एक आंगनबाड़ी केंद्र चयनित किया जाएगा। जहां पर नौनिहालों का आधार कार्ड बनाया जाएगा। प्रदेश की सभी 3243 पंचायतों में कार्ड बनेंगे। ऐसी जगह पर केंद्र सिलेक्ट होगा जहां सबके लिए नजदीक हो। कार्ड रजिस्ट्रेशन से लेकर इसे बनाने तक का सारा सामान उपकरण वहां मौजूद रहेंगे। बॉयोमैट्रिक्स मशीन भी शामिल होगी। परिजनों को सिर्फ नौनिहाल को दस्तावेजों के साथ वहां लेकर आना होगा। बाद में कार्ड खुद बनकर आ जाएगा।