राधे मां के जगुआर प्रेम ने छेड़ी नई बहस

RADHE MAA JAGUARमुंबई। अपने आप को देवी बताकर लोगों को ठगने वाली राधे मां का विवादों से चोली दामन का साथ हो गया है। इस बार उनके कथित सचिव संजीव गुप्ता की वजह से उन पर उंगली उठी है। इस बार उनकी लग्जरी कार जगुआर मुसीबत की वजह बन गयी है। मालूम हो कि राधे मां को उनके आलोचक त्रिशूलधारी, मेकअपवाली मां के साथ जगुआर वाली मां भी कहते हैं।
बता दें कि राधे मां मुंबई में जहां रहती हैं वो एक विशाल बंगला है, जिसमें सात माले हैं। बंगले के बेसमेंट में एक पार्किंग है, जिसमें आप कई लग्जरी गाडिय़ों को देख सकते हैं। इनमें मर्सिडीज, होंडा अकॉर्ड, इको स्पोट्र्स और फॉच्र्यूनर देख सकते हैं। लेकिन लाखों की कीमत वाली इन गाडिय़ों में से राधे मां की सवारी कोई नहीं है, राधे मां जगुआर की सवारी करती है। उस जगुआर की सवारी जिसकी कीमत एक करोड़ के आसपास से शुरू होती है। अब जगुआर कार को लेकर विवादों में घिरीं राधे मां अपने आप को देवी बताने वाली राधे मां एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार उनके कथित सचिव संजीव गुप्ता की वजह से उन पर उंगली उठी है। दरअसल ठाणे पुलिस का दावा है कि संजीव गुप्ता ने 2012 में आयातित जगुआर खरीदी थी। गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के लिए गलत पता लिखाया था। उन्होंने ठाणे के भिवंडी स्थित कोन गांव का पता दिया था, ऐसा रजिस्ट्रेशन के वक्त टैक्स बचाने के लिए किया गया। आम तौर पर महंगी कार खरीदने वाले टैक्स के बोझ से छुटकारा पाने के लिए इसका रजिस्ट्रेशन ग्राम पंचायत की सीमा में कराते हैं। ठाणे पुलिस का दावा है कि टैक्स बचाने के इरादे से फर्जी पता बताना धोखाधड़ी है। इसलिए संजीव गुप्ता यानी राधे मां के सबसे करीब शख्स और कथित सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।