नये कलेवर में दिखेगा सदन, रंगरोगन के साथ माइक भी हाईटेक

vidhansabhaलखनऊ, ब्यूरो। शीत कालीन सत्र के लिए विधानसभा के सभा मंडप का रंग रोगन हो रहा है और आधुनिक मंहगे माइक लगाए जा रहे हैं। नए माइक की कीमत एक लाख रूपए है। दो साल पहले आधुनिक माइकों को उखाड़ कर 564 नए माइक लगाए जा रहे हैं। जिनकी कीमत 56 करोड़ चार लाख रूपए है। लोकसभा की तर्ज पर बनने वाले साउंड सिस्टम बनाया गया है। इन माइकों की विशेषता यह है कि यह सीट के पास लगी डेस्क में लगाए जाएगें। इन माइकों को उखाड़ा नहीं जा सकेगा। इन माइकों के साउंड सिस्टम में एक स्विच ईयर फोन के लिए होगा। जिसमें ईयर फोन की पिन लगाने के बाद विधायक सीधे ईयर फोन के माध्यम से सुन सकेंगे। विधायक जब सदन में बोलना चाहेगें तो उस समय वह माइक का स्विच आन करके अपनी बात कह सकेंगे। विधानसभा में जब किसी विषय पर मत विभाजन होगा या विधायकों के मतो का विभाजन की स्थिति होगी तो उस समय विधायकों को अपने हाथ उठाकर वोट नहीं डालना होगा। विधायकों को ध्वनि मतों के साथ समर्थन करने के लिए अपनी सीट से चिल्लाना भी नहीं होगा। विधायक मत विभाजन की स्थिति में विधायक यस या नो के लिए माइक के कंट्रोल स्विच को आन करके अपना मत दे सकेगे ।
इसके पहले वर्ष 1997 तक विधानसभा में पुराने लोहे के भारी माइक लगे थे जिनको तारों से सीधे लगाया गया था। 1997 में 24 अक्टूबर को भाजपा बसपा और समाजवादी पार्टी के विधायको के बीच विवाद बढ़ गया था जिसके बाद नाराज विधायकों ने एक दूसरे पर लोहे के पुराने भारी माइक राकेट की तरह उछाल कर मारे थे। जिसमें अनेक विधायको के फ्रैक्चर हो गया था और नाक चेहरे पर काफी चोट लगी थी जिसके बाद पुराने माइक हटाकर फिक्स माइक लगाए गए थे ।