मुस्लिम समाज की पिछड़ी जाति से थे टीपू सुल्तान

लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी, पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि  टीपू सुल्तान मुस्लिम समाज की पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखते थे। वर्षों शासन करने वाली अंग्रेजी सेना भी उनकी बनाई गयी मिसाईल एवं राकेट से थर्राती थी। टीपू सुल्तान एक योग्य शासक होने के अलावा टीपू सुल्तान एक विद्वान कुशल सेनापति और महान कवि थे जो अक्सर कहते थे कि ‘शेर की एक दिन की जिन्दगी गीदड़ की एक हजार साल से बेहतर होती है’। भारत का प्रथम मिसाईल मैन टीपू सुल्तान थे।
टीपू सुल्तान 20 नवम्बर 1750 को देवनहल्ली कर्नाटक में पैदा हुए थे। टीपू सुल्तान एक कुशल वीर और बहादुर वीर थे जिनमें वीरता साहस कूट-कूट भरा था। टीपू सुल्तान की वीरता के आगे अंग्रेेजो को भी घुटना टेकने पड़े। टीपू सुल्तान एक बेहद प्रशंसनीय रणनीतकार भी थे। अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई में वीर योद्धा टीपू सुल्तान का अहम योगदान था। टीपू सुल्तान अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई में भारत के पहले स्वतंत्रता सेनानी के रूप में जाना जाता था। टीपू सुल्तान अपने पिता हैदर अली की मौत के बाद मैसूर का राजपाठ संभाला और अपने शासनकाल में कई बदलाव लाकर कई प्रदेशों में जीत हासिल की।
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