कांग्रेस का सपा पर हमला: मुस्लिम हितैषी होने की पोल खुली

congress logoलखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता एवं विधान परिषद सदस्य आशु मलिक द्वारा वरिष्ठ कबीना मंत्री मो0 आजम खां को मुस्लिमों का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिये जाने से प्रदेश की समाजवादी पार्टी के मुस्लिम हितैषी होने के तथाकथित दावों की हकीकत स्वयं खुलकर जनता के सामने आ गयी है।
प्रदेश कंाग्रेस के महामंत्री एवं कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन मारूफ खान ने आज जारी एक बयान में कहा कि कल हज हाउस के मौके पर जिस प्रकार समाजवादी पार्टी के मुस्लिम नेताओं के बीच खींचतान और आपसी अन्तर्कलह खुलकर सामने आयी है उससे यह साफ जाहिर है कि समाजवादी पार्टी के नेता केवल एक दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे हुए हैं उन्हें अल्पसंख्यक हितों एवं प्रदेश के विकास की कोई परवाह नहीं है।
श्री खान ने कहा कि कल जिस प्रकार मो0 आजम खान और श्री आशु मलिक के बीच अन्र्तद्वन्द सार्वजनिक हुआ और विगत दिनों से मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव एवं उनके चाचा वरिष्ठ मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव के बीच जो शीत युद्ध की स्थिति चल रही है और पूरे प्रदेश में सार्वजनिक रूप से इसका खुलासा भी हो चुका है उससे इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है कि समाजवादी पार्टी अपने अन्दरूनी अन्तर्कलह में इस कदर डूब चुकी है कि वह खुद अपनी विरोधी बन चुकी है और डूबने की कगार पर है क्योंकि स्वयं मो0 आजम खां द्वारा समाजवादी पार्टी को डूबता जहाज कहना, इसकी पुष्टि करता है।
श्री खान ने कहा कि कल हज हाउस के उद्घाटन के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा तमाम प्रकार की लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा की गयीं किन्तु मुजफ्फरनगर में भीषण दंगों के तीन वर्ष पूरे होने पर मुजफ्फरनगर दंगों के विस्थापितों, दंगों के पीडि़त परिवारेां के पुर्नवास के लिए किसी भी प्रकार की घोषणा न किया जाना एवं दंगे में शामिल एक भी दोषी को अभी तक जेल न भेजा जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और यह समाजवादी पार्टी एवं भारतीय जनता पार्टी के आपसी गठजोड़ को उजागर करता है।