गाजियाबाद। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में हजारों लोगों की जिंदगी छीन ली और न जाने कितने लोगों को बेघर और बेरोजगार कर दिया । कोरोना महामारी के इस दौर में एक और जहां कुछ लोगों ने इंसानियत की नई मिसाल पेश की वहीं दूसरी ओर कुछ जगहों में इंसानियत और रिश्ते तार-तार होते दिखे। कुछ मृतकों के परिजन उनके अंतिम संस्कार तक में उनसे दूर भागते दिखे तथा कुछ मृतकों को उनकी अंतिम यात्रा के समय चार कंधे मिलने भी नसीब नहीं हो सके । संक्रमण से ग्रस्त कुछ…
Read MoreDay: June 8, 2021
14 मृतक आश्रितों को मिली नौकरी
गाजियाबाद। कोरोना महामारी के संक्रमण की पहली एवं दूसरी तथा अन्य कारणों से जीडीए के 25 कर्मचारी अब तक अपनी जानें गंवा चुके हैं । गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में अब तक 11 कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना संक्रमण की वजह से तथा 14 कर्मचारियों की मृत्यु अन्य कारणों से हुई है। परिवार में एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति की मृत्यु के उपरांत परिवार में आर्थिक संकट का आ जाना लाजमी है । ऐसे में जीडीए द्वारा ऐसे परिवारों के आश्रितों मैं से एक को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी गई है।…
Read Moreकड़े ऐतराज के बावजूद डूडा ने किए 29 खोखे आवंटित
गाजियाबाद। जनपद के पार्षदों द्वारा कड़े विरोध किए जाने के बावजूद जिला नगरीय विकास अभिकरण ( डूडा ) तथा नगर निगम द्वारा आपसी सांठगांठ के तहत खोखे का आवंटन शुरू कर दिया गया है जो कि सभी को अचंभित करने वाला कार्य है । दिलचस्प बात यह है कि नगर निगम अधिकारियों द्वारा बोर्ड से अनुमति लिए बगैर ही घंटाघर के समीप स्थित कन्या वेदिक स्कूल सडक़ किनारे 29 खोके रखवा दिए गए हैं जो की पूरी तरह गैरकानूनी है । कोरोना महामारी की वजह से एक तरफ जहां जनपद…
Read Moreउत्तराखंड से गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हुए किसान
डेस्क। कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को और मजबूती देने के लिए बाजपुर से सैकड़ों की संख्या में किसान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा के नेतृत्व में रवाना हुए। यह किसान 3 दिन वहां सेवाएं देने के बाद 11 जून को वापिस आएंगे। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गए तीनों कृषि कानूनों से नाराज़ चल रहे किसान दिल्ली के गाजीपुर समेत अन्य बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे…
Read Moreबिहार में भी पाबंदियां हुईं खत्म: ई-पास समाप्त
पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण में कमी को देखते हुए सरकार ने नौ जून से लॉकडाउन खत्म कर दिया है। इसके साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में कहीं आने-जाने के लिए ई-पास की जरूरत अब नहीं पड़ेगी। लोग अपने निजी वाहनों से कहीं भी आ-जा सकेंगे। सार्वजनिक वाहन में भी 50 फीसद यात्री आ-जा सकेंगे। हालांकि कुछ पाबंदियां अभी भी जारी रखी गई हैं। मसलन बिहार में होटल-रेस्त्रां से आप पहले की तरह खाने-पीने की चीजें घर तो मंगा सकेंगे लेकिन वहां बैठकर नहीं खा सकेंगे।मंगलवार को आपदा प्रबंध…
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