गोल्ड बांड पर सरकार देगी पौने तीन फीसद ब्याज

goldबिजनेस डेस्क। देश में पीली धातु के प्रति लोगों के आकर्षण को देखते हुये इसके विकल्प के तौर पर पेश किये जा रहे स्वर्णिम बांड पर वार्षिक 2.75 प्रतिशत ब्याज मिलेगा जो आयकर के दायरे में होगा और इस पर हाजिर सोने की तरह पूंजीगत लाभ कर भी देना होगा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक की सलाह मशिवरा पर सरकार ने सोवरेन स्वर्ण बांड जारी करने का निर्णय लिया है। एक ग्राम स्वर्ण का एक यूनिट होगा और न्यूनतम दो यूनिट के लिए निवेश करना होगा। एक वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम में निवेश किया जा सकेगा। यह सिर्फ भारतीय निवेशकों के लिए होगा जिसमें व्यक्तिगत तौर पर भी निवेश किया जा सकता है। इसके साथ ही अविभाजित हिन्दू परिवार, न्यास, विश्वविद्यालय और धमार्थ संस्थान निवेश कर सकेंगे।
बयान में कहा गया है कि सरकार की ओर से रिजर्व बैंक द्वारा जारी किये जाने वाले स्वर्णिम बॉंड के लिए 5 नवंबर से 20 नवंबर तक आवेदन किया जा सकेगा और 26 नवंबर से यह जारी किया जायेगा। इसकी बिक्री बैंकों और डाकघरों से की जायेगी। इसकी परिपक्वता अवधि 8 वर्ष होगी लेकिन पांच वर्ष के बाद इसकी बिक्री की जा सकेगी।
स्वर्णिम बौंड कई चरणों में जारी किया जायेगा और इसकी तिथि पहले जारी की जायेगी। बौंड का मूल्य भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड द्वारा जारी पिछले सप्ताह सोमवार से शुक्रवार के औसत बंद कीमत पर तय की जायेगी और इसको इसी मूल्य प्रणाली पर भुनाया जा सकेगा।बौंड के लिए भुगतान इलेक्ट्रॉनिक, नकद ,चेक या ड्राफ्ट द्वारा किया जा सकेगा। निवेशकों को स्टॉक/ होङ्क्षल्डग प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा। इसके लिए अपने ग्राहकों को जाने (केवाईसी) के वही नियम लागू होंगे जो हाजिर सोने की खरीद के लिए लागू है। इसके लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड और टैन या पासपोर्ट मान्य होगा। बौंड को शेयर बाजारों में खरीदा बेचा जा सकेगा।