अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने एक दिवसीय अयोध्या दौरे के दौरान हनुमानगढ़ी में श्रीहनुमत कथा मंडपम का भव्य लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित समारोह में उन्होंने अयोध्या की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक प्रगति की चर्चा करते हुए सनातन धर्म की रक्षा और इसके वैश्विक प्रचार-प्रसार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अपने संबोधन में उन्होंने हनुमानगढ़ी को भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम बताते हुए इसे सनातन धर्म का एक अडिग गढ़ बताया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में अयोध्या को अव्यवस्थाओं में झोंककर इसे अपमानित करने का कार्य किया गया। वहीं 2014 और 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार में अयोध्या का विकास डबल स्पीड से हुआ है। सीएम योगी ने यह भी कहा कि हमें अपने मित्र और शत्रुओं की पहचान रखना जरूरी है। देश को सनातन धर्म के मार्ग में बाधा डालने वालों को चिह्नित करना होगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म भारत के अस्तित्व की पहचान है और इसकी गरिमा और सम्मान के विरुद्ध हमें कुछ भी स्वीकार नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि उसके अंत की शुरुआत हो चुकी है और आतंकवाद ही उसके अंत का कारण बनेगा।
त्रेतायुगीन विरासत और सनातन धर्म का रक्षक है हनुमानगढ़ी
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत हनुमानगढ़ी के त्रेतायुगीन टीले को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा की यहां से हनुमान जी महाराज ने अयोध्या धाम की रक्षा की है। उन्होंने बाबा अभयराम दास जी महाराज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह श्रीहनुमत कथा मंडपम बाबा अभयराम दास जी की दूरदर्शिता और वैष्णव अखाड़ों की सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक है। उनकी कृपा से आज हम इस भव्य स्वरूप को देख रहे हैं। उन्होंने हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन, पूज्य संतों और नागाओं की प्रशंसा की, जिन्होंने एक-एक पाई बचाकर इस मंडपम का निर्माण किया। सीएम योगी ने कहा कि हनुमानगढ़ी केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए योद्धा भाव का प्रतीक है। यह मंडपम आने वाली पीढ़ियों के लिए हनुमानगढ़ी के वैभव को संरक्षित रखेगा। उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी का यह मंडपम न केवल आध्यात्मिक केंद्र बनेगा, बल्कि सत्संग और कथाओं के माध्यम से सनातन धर्म के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के नागाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आपका इतिहास सनातन धर्म के उस कालखंड की सेना के रूप में जाना जाता है, जब देश विधर्मियों आक्रांताओं से त्रस्त था तब अखाड़ों ने सनातन धर्म की रक्षा केलिए स्वयं को समर्पित किया था।
अव्यवस्था से वैभव की ओर बढ़ी अयोध्या, हुआ है कायाकल्प
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि 2014 और 2017 से पहले अयोध्या अव्यवस्था, टूटी-फूटी सड़कों, बिजली की कमी और गंदगी से जूझ रही थी। जब हम यहां आते थे, तो राम की पैड़ी का पानी सड़ता था, घाटों पर गंदगी थी और हर दूसरे दिन कर्फ्यू जैसी स्थिति रहती थी। लेकिन 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार ने अयोध्या को नया स्वरूप दिया। उन्होंने अयोध्या के बुनियादी ढांचे में आए बदलावों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या अब फोरलेन सड़कों से जुड़ चुकी है और शहर के अंदर के मार्ग भी चौड़े हो गए हैं। पहले जहां एक ट्रेन के लिए लोग तरसते थे, आज अयोध्या देश के हर कोने से रेलवे के माध्यम से जुड़ गया है। महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण ने अयोध्या को वैश्विक मानचित्र पर ला दिया है। त्रेतायुग में भगवान राम पुष्पक विमान से आए थे उसके बाद अब जाकर यहां बड़े-बड़े विमान यहां उतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरयू के घाट और अयोध्या के कुंड अब स्वच्छ और सुंदर हैं। बिजली की समस्या इतिहास बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव के आयोजन को अयोध्या के वैभव को पुनर्जनन देने वाला कदम बताया। कहा कि 2017 में जब दीपोत्सव शुरू हुआ तो हमारा विश्वास था कि अयोध्या ने ही दुनिया को दीपावली दी है। आज यह आयोजन वैश्विक स्तर पर अयोध्या की पहचान बन चुका है।
500 वर्षों के अंधकार का अंत है भव्य श्रीराम मंदिर
मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण को सनातन धर्म के इतिहास का सबसे ऐतिहासिक और अभिनंदनीय कार्य करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 500 वर्षों का अंधकार दूर हुआ। पिछली सरकारों के लिए यह असंभव था, लेकिन डबल इंजन की सरकार ने डबल स्पीड से इसे साकार किया। उन्होंने नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट का श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला, 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर का भूमि पूजन और 22 जनवरी 2024 को श्रीराम लला के भव्य मंदिर के उद्घाटन का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं, जो अयोध्या आए और श्रीरामलला के दर्शन किए। उनका संकल्प था कि ‘सौगंध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे’ और इसे उन्होंने पूरा किया।
भारत का आधार है सनातन धर्म, विश्व का मार्गदर्शक बनने को तैयार
योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म को भारत के अस्तित्व और वजूद का आधार बताते हुए कहा कि इसके सम्मान और गरिमा के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के नागाओं और संतों से आह्वान किया कि वे अपने योद्धा भाव को बनाए रखें और सनातन धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की। कहा कि भारत छेड़ता नहीं है और कोई छेड़ तो उसे छोड़ता भी नहीं है। सीएम योगी ने हनुमान जी का उदाहरण देते हुए कहा कि बजरंगबली ने रावण के दरबार में यही संदेश दिया था। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देकर खुद को बर्बाद कर रहा है। भारतीय सेना की कार्रवाई में 124 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। यह गलती पाकिस्तान की है, जो आतंकियों को प्रश्रय दे रहा है। ये आतंकवाद पाकिस्तान को ले डूबेगा और इसमें ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अध्यात्मिक जगत में कोई अस्तित्व नहीं है। जिसका अपना वास्तविक अस्तित्व न हो, उसकी एक निश्चित लाइफ होती है। अब पाकिस्तान का समय पूरा हो गया है।
लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को दी श्रद्धांजलि
उन्होंने पूर्वोत्तर अयोध्या के शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सेना के अतिरित प्रदेश सरकार वीरगति प्राप्त करने वाले हमारे वीरों के परिवारों को 50 लाख रुपये, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर स्मारक बनाकर सम्मान देने का काम रही है।