सीआईए ने किया आगाह: और हमले की फिराक में है आईएस

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नेशनल डेस्क। अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने आगाह किया है कि पेरिस में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने का दावा करने वाले आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के लिए यह कोई एक हमला नहीं है और हो सकता है कि वह नए हमले करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो। सीआईए के निदेशक जॉन ब्रेनन ने कहा कि आतंकी योजनाओं को विफल करने में काफी मुश्किलें आ सकती हैं क्योंकि यूरोप के खुफिया और सुरक्षा अधिकारी उन कट्टापंथियों पर नजर बनाए हुए हैं जो कि सीरिया और ईराक में इन आतंकवादियों का साथ देने के बाद स्वदेश लौट चुके हैं। और ऐसे लोगों की संख्या एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों में है। सीआईए प्रमख ने कहा कि यूरोप में हमारे सहयोगियों के समक्ष ढेरों चुनौतियां हैं। सीरिया और ईराक जाने के बाद स्वदेश लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर हर वक्त नजर रखना काफी मुश्किल काम है। ब्रेनन ने वॉशिंगटन पॉलिसी इंस्टीट्यूट में कहा कि सीआईए ने अभी पेरिस हमलों में आईएस का हाथ होने की पुष्टि नहीं की है लेकिन पेरिस में कुछ समय के अंतराल में हुए हमले और मिस्र में रूसी विमान को मार गिराए जाने की घटनाओं के पीछे इस्लामिक कट्टर पंथियों काही हाथ है। आईएस ने पेरिस हमले के बाद अमेरिका में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की धमकी दी है। इस संगठन ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर अमेरिका में हमला करने की धमकी दी है। आईएसआईएस की एक्स्टर्नल ऑपरेशन्स ब्रांच खुफिया प्रमुख ने आईएस की इस धमकी पर कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इसने एक एक्स्टर्नल ऑपरेशन्स ब्रांच बनाई है जिसमें पेरिस हमले और उसके बाद अन्य जगहों पर हमले की योजना तैयार होती हैं। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि आईएस के पास केवल एक इसी एक हमले की योजना भर नहीं होगी बल्कि इसी तरह की अन्य योजनाएं भी होंगी। पेरिस हमले की अगर बात की जाए तो लगता है कि इनकी तैयारी कई महीनों से चल रही होगी। इस बात का पूरा ख्याल रखा गया होगा कि योजना सटीक होने के साथ ही हथियार ,विस्फोटक और अत्मघाती बेल्ट भी टीक से काम करें। उन्होंने कहा कि अमेरिका की खुफिया एजेंसियों को इन हमलों पर जरा भी आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि उनके पास यह सूचना थी कि यह संगठन पश्चिम एशिया के बाहर यूरोप में हमले की तैयारी में है। यूरोप से 5 हजार लोग सीरिया गए यूरोपीय अधिकारियों का अनुमान है कि 2011 में यूरोप से कम से कम 5000 लोग सीरिया के आतंकवादियों का साथ देने के लिए वहां गए थे। इनमें से फ्रांस से ही 1400 लोग सीरिया जा चुके है जिनमें से 900 लोग वापस लौट चुके हैं। फ्रांस के आतंकवाद निरोधक विशेषज्ञ रोलैंड जैक्वार्ड के मुताबकि देश में 10 से 20 हजार के बीच के लोगों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा माना गया है। जांचकर्ताओं का मानना है कि बेल्जियम में इन हमलों की योजना तैयार की गई थी वहां भी सीरिया से लौटे 70 लोगों पर चौबीसों घंटे नजर रखने की जरूरत है। अधिकारियों का अनुमान है कि बेल्जियम के 350 नागरिक सीरिया गए थे।
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