यूपी में सदस्य नहीं सीधे प्रधान बनने की लाइन लंबी

panchayat_election newलखनऊ।(विसं.) सूबे में चल रहे ग्राम पंचायत चुनाव में प्रधान पदों के लिये तो उ मीदवारों की लाइन लगी है, लेकिन ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए उ मीदवारों में ज्यादा ललक नहीं दिखाई दे रही है। आंकड़ों के मुताबिक चुनाव में प्रथम चरण के मंगलवार को खत्म हुए नामांकन में ग्राम प्रधान पद के लिए एक ग्राम पंचायत में औसतन नौ उ मीदवार खड़े हैं, जबकि कई ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां सदस्य पद के लिए कोई उ मीदवार ही नहीं खड़ा हुआ है। राज्य निर्वाचन आयोग का इस बाबत कहना है कि जिन गांवों में पंचायत सदस्यों की सं या नगण्य या कम होगी, वहां उपचुनाव कराना पड़ेगा।
पहले चरण में जहां 15646 ग्राम प्रधान पदों के लिए 134722 उ मीदवार चुनाव मैदान में हैं, वहीं 196580 ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए 140861 उ मीदवारों ने नामांकन किये हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अपर आयुक्त जेपी सिंह ने बताया कि इसमें आयोग कुछ नहीं कर सकता है। चुनाव बाद खाली ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए उपचुनाव कराना ही पड़ेगा। सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं हो रहा है। ग्राम प्रधान की अपेक्षा ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए उ मीदवारों की रुचि काफी कम रहती है। आयोग के अनुसार फरुखाबाद में 1947 ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए 33 उ मीदवारों ने नामांकन किया है। कन्नौज में 1562 ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए 447 नामांकन हुए हैं। आगरा में 2843 पदों के लिए 202 उ मीदवार हैं। मथुरा में ग्राम पंचायत सदस्य के 1777 पदों के लिए 547 उ मीदवारों ने नामांकन किया है। हापुड़ में 1619 पदों के सापेक्ष मात्र 216 नामांकन पत्र भरे गये हैं। इटावा में 1345 पद हैं, लेकिन उ मीदवार सिर्फ 281 हैं। महोबा में 1190 सदस्य पदों के लिए 139 व मऊ में 2687 पदों के लिए 225 उ मीदवार ही चुनाव लड़ रहे हैं। इलाहाबाद में 5261 ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए 2214 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वैसे, मैनपुरी, हमीरपुर, बांदा, कौशा बी, सहारनपुर, मुज फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद और रामपुर में ग्राम पंचायत सदस्य पदों से ज्यादा उ मीदवार चुनाव मैदान में हैं।