आप के हो गये बराड़: सिद्धू के लिए रास्ता साफ

navjot singh siddhuचंडीगढ़। विधानसभा चुनाव में महज छह माह बाकी रहते पंजाब की राजनीति नित नए रंग दिखा रही है। आम आदमी पार्टी के पंजाब कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर को पद से हटाने के बाद जहां उनके समर्थकों ने सूबे में इस कदम पर कड़ा रुख अपनाया है, वहीं पार्टी भी फिलहाल इन समर्थकों के जरिए छोटेपुर का असर देखने के लिए वेट एंड वाच के रास्ते पर चल रही है।
करीब 40 दिन से अगले कदम को लेकर सोच-विचार कर रहे पूर्व भाजपा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू अब आप में आ सकते हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस से निष्कासित पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ ने भी बिना शर्त आप में शामिल होने का एलान कर दिया है। सिद्धू का सबसे पहले कड़ा विरोध छोटेपुर ने ही यह कहते हुए किया था कि आप में कोई सीएम उम्मीदवार नहीं होगा और सिद्धू दागी हैं।
अब चूंकि आम आदमी पार्टी ने जैसे हालात बना दिए हैं, उसमें छोटेपुर जल्द ही पार्टी को अलविदा कह सकते हैं। ऐसे में सिद्धू को लेकर आप इस राजनीतिक घमासान को कुछ ठंडा करने के साथ ही अपने बिगड़े अक्स को कुछ संवारने के मूड में होगी।
पार्टी को उम्मीद है कि गुरदासपुर जिले में कड़ी प्रतिक्रिया और 13 में से सात जोनल इंचार्ज द्वारा छोटेपुर खेमे में खड़े होने के बाद जल्द ही यह गुबार बैठ जाएगा और तब वह अगला कदम उठाएगी।
मगर इस बीच पार्टी प्रवक्ता सुखपाल सिंह खैरा ने भी वही मुद्दे उठा दिए हैं जो छोटेपुर ने उठाए थे। उन्होंने रविवार को जालंधर में टिकटों की सूची की समीक्षा करने के अलावा पंजाब के नेताओं पर भरोसा करने की अपील करते हुए छोटेपुर पर कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। खैरा के बयान के बाद पार्टी की स्थिति और असहज हो गई है। खास बात यह है कि जिस पत्र को आधार बना कर छोटेपुर पर कार्रवाई की गई है, उस पर जिन 21 पार्टी नेताओं ने हस्ताक्षर किए थे, उनमें खैरा भी एक थे।