यूपी में माया करेंगी धुंआधार रैलियां

mayawati 1लखनऊ। समाजवादी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने चुनाव प्रचार की रणनीति बदल दी है। मायावती अब पहले चरण की मुस्लिम बहुल सीटों पर ध्यान दे रही हैं। इसलिए उन्होंने अपनी चुनावी रैलियों की धुंआधार शुरुआत करने की योजना बनाई है। मायावती पश्चिमी यूपी में क्रांतिधरा से चुनावी रैलियों की शुरुआत करने जा रही हैं। इसके तहत मेरठ में मायावती की चुनावी रैली 1 फरवरी को है। इस रैली में मेरठ और बागपत जिले की विधानसभाओं के कार्यकर्ताओं को मायावती संबोधित करेंगी। मायावती की रैली को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दे दी गई है। सबसे बड़ी जिम्मेदारी पार्टी के प्रत्याशियों को दी गई है। हर प्रत्याशी को15 हजार कार्यकर्ता लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
मायावती की रैली मेरठ जिले की सात और बागपत जिले की 3 विधानसभाओं को केंद्रित करके की गई है। रैली मेरठ में परतापुर बाइपास पर होगी। रैली में मायावती से पहले नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सभा होगी। बताया जा रहा है कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी 21 जनवरी को जेवर और गुलावठी में सभा करेंगे। 22 जनवरी को वह शामली और सहारनपुर जिले में सभा करेंगे। 23 जनवरी को वह पुरकाजी, खतौली और मेरठ में सभा करेंगे। जबकि 24 जनवरी को मेरठ जिले की हस्तिापुर, किठौर और सिवालखास विधानसभा में सभा करेंगे। 25 जनवरी को नसीमुद्दीन सिद्दकी की सभा हापुड़ और गाजियाबाद जिले में है।
बीएसपी सुप्रीमो की रैली को फसल बनाने के लिए तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। वेस्ट यूपी में मायावती की यह पहली चुनावी रैली है। इसलिए इसे सफल बनाने के लिए बीएसपी पदाधिकारी कोई कसर छोडऩा नहीं चाहते। रैली में दो लाख कार्यकर्ताओं से अधिक की भीड़ लाने का लक्ष्य रखा जा रहा है।