योगी बोले: नहीं कर सकते सुरक्षा तो घर बैठे

 

बलिया। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बलिया में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत सामग्री बांटी। इस दौरान योगी ने महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया। बलिया में कहा कि राज्य के पच्चीस जिले बाढ़ से प्रभावित हैं और मैं उनका हाल जानने के लिए निकला हूं। महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता है और इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम योगी ने आगे कहा कि जो अधिकारी महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकते, उन्हें राज्य में नौकरी करने का कोई अधिकार नही होना चाहिए।
राज्य सरकार ने पीडि़तों की मदद के लिए पर्याप्त राहत सामग्री पहले की प्रभावित जिलों में उपलब्ध करा दी है। सीएम योगी ने आगे कहा कि कोई भी प्राकृतिक आपदा मानव के नियंत्रण में नहीं है लेकिन बचाव कार्य व बेहतर प्रबन्धन से उसे रोका जा सकता है, क्षति को कम किया जा सकता है। इसके आद उन्होंने कहा कि नेपाल से आने वाले पानी से यूपी को नुकसान होता है और इसके स्थायी समाधान के किये कार्य योजना बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया है। साथ ही योगी ने कहा कि आपदा में जनसहभागिता की अहम भूमिका होती है।
महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता है और इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम योगी ने आगे कहा कि जो अधिकारी महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकते, उन्हें राज्य में नौकरी करने का कोई अधिकार नही होना चाहिए। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि जिन्होंने पंद्रह साल तक यूपी का बंटाधार किया, उन्हें विकास की राजनीति रास नही आ रही है। वे जानते हैं कि उनकी जातिवाद और परिवारवाद की राजनीति खतरे में आ गयी है। बाढ़ पीडि़तों को राहत सामग्री बांटने आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच से संबोधन कर रहे थे, तभी मंच के बायीं ओर से कुछ युवक योगी वापस जाओ के नारे लगाने लगे। दो-तीन युवक पुलिस वालों के बीच में ही कूद गए और काला झंडा दिखाया। वे पिछले दिनों जिले में रागिनी की हत्या के बाद सीएम के नही आने तथा परिवार को कोई आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने से नाराज थे। पुलिस ने काला झंडा दिखा रहे दो युवको को हिरासत में ले लिया। जिस समय यह सब हुआ, उस समय सीएम योगी रागिनी हत्याकांड का जिक्र करते हुए महिलाओ की सुरक्षा सुनिश्चित करने की ही बात कर रहे थे।