बाढ़ का कहर: बिहार में 10 हजार 7 सौ करोड़ की क्षति

 

 

पटना। बिहार में बाढ़ से हुई तबाही को देखने शनिवार को पूर्णिया पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मुख्यमंत्री ने 10 हजार 787 करोड़ 32 लाख की हुई क्षति का ब्योरा दिया। हवाई सर्वेक्षण के बाद चूनापुर स्थित वायुसेना के गेस्ट हाउस में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी और आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव के अलावा राज्य और केन्द्र सरकार के आलाधिकारियों के साथ समीक्षा की।
लगभग 50 मिनट तक चली समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि बिहार के सीमांचल सहित 19 जिलों के 185 प्रखंड की 2 हजार 344 पंचायतों की 1 करोड़ 61 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि सबसे ज्यादा सडक़ और पुल पुलिया टूटी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को बिहार में बाढ़ से 10 हजार 787 करोड़ 32 लाख की हुई क्षति का विस्तृत ब्योरा दिया। समीक्षा के दौरान राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री को बाढ़ से हुए नुकसान की तस्वीरें और वीडियो क्लिप भी दिखाई। बीच-बीच में मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को प्रोजेक्टर पर दिखाऐ जा रहे डाटा और फुटेज के संबंध में जानकारी दे रहे थे।
समीक्षा के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री को कहा कि तत्काल 500 करोड़ का पैकेज दिया जा रहा है और जितनी राशि की आवश्यकता होगी, करेंगे। मौके पर ही उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि एक अधिकारी के साथ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को पूरी रिपोर्ट लेकर दिल्ली भेज दें। समीक्षा बैठक में मौजूद राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव ने बताया कि बिहार में बाढ़ से हुई क्षति को देख प्रधानमंत्री ने हरसंभव मदद का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री ने बैठक में ही कहा कि इस बार बाढ़ में पानी का लेवल क्या था इसका सही पता अभी भी घरों और आसपास वृक्ष और दीवारों पर बने पानी के निशान से चल जाएगा। सडक़ और पुल की उंचाई इससे अधिक रखनी होगी। आपदा मंत्री ने बताया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने एक-एक बिन्दु पर गहन समीक्षा की और अधिकारियों से सवाल पूछते रहे। सीमांचल के जिलों में आई प्रलयंकारी बाढ़ से हुई भीषण क्षति को देखने और उसका जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पूर्णिया में थे। सुबह पूर्णिया वायुसेना के विमान से पहुंचने के बाद उन्होंने पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार में बाढ़ से हुई क्षति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के बाद प्रोजेक्टर के जरिए बाढ़ की विभीषिका देखी और समझी। बिहार सरकार ने प्रधानमंत्री को बाढ़ से हुए नुकसान का विस्तृत ब्यौरा दिया जिसके बाद प्रधानमंत्री ने केंद्र से बिहार को राहत के लिए हरसभंव मदद देने का आश्वासन दिया।