पटना की सडक़ों पर लालू का रैला: नीतीश पर हमलावर रहा विपक्ष

 

पटना। राजद की भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली में विपक्ष की बड़ी जुटान दिख रही है। रैली के मंच पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व जदयू के बागी नेता शरद यादव गले मिले। नेताओं के निशाने पर केंद्र की पीएम मोदी सरकार तथा सीएम नीतीश कुमार हैं।
पार्टी के निर्देशों की अवहेलना कर रैली में शामिल शरद यादव के गुट को असली जदयू करार दिया गया। उधर, पार्टी की अंतिम चेतावनी की अवहेलना करने के जदयू अब शरद के खिलाफ कार्रवाई को स्वतंत्र हो गई है। रैली में तमाम नेता भाजपा और जदयू पर प्रहार कर रहे हैं, लेकिन किसी ने ये नहीं कहा कि आखिर वे देश को कैसे सुधारेंगे।
दूसरी ओर भाजपा ने जहां रैली की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं, वहीं जदयू ने इसे घोटालेबाजों की रैली करार दिया है। भाजपा का कहना है कि बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित बिहार में इस समय रैली की राजनीति करना जनता के साथ मजाक है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भाजपा हटाओ देश बचाओ रैली में आये हुए तमाम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने आपलोगों की पीठ पर लात मारा है। यह रैली 3 महीने पहले राजगीर में देश के वर्तमान हालात को देखते हुए तय की गई थी। उस समय गठबंधन था, जिसमें यह निर्णय हुआ कि 27 अगस्त को रैली का आयोजन किया जाये। रविवार होने के कारण स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी रहेगी। किसी को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
लोगों को आज मालूम हो गया है कि आपकी शक्ति अपार है। फासिस्ट और कम्यूनल ताकत को दिल्ली की गद्दी से हटाना है। जब महागठबंधन किया था तो जानते थे कि नीतीश कुमार आदमी ठीक नहीं है। नीतीश गंजी और पायजामा पहनकर कर शरद जी के यहां घुमता था, आज यह आदमी कहता है कि लालू यादव को हमने बनाया। ये इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र थे, एक रूम में रहते थे। हम तो पटना यूनिवर्सिटी के जनरल सेक्रेट्री थे। सभी जाति और समाज के छात्रों ने मुझे वोट दिया था।
नीतीश कुमार का कोई सोंच और सिद्धांत नहीें है। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता घोषित कर दिया जाये, तो मैंने कहा कि आप ही कर दीजिए। चुनाव के समय अपने आधार वाले जगहों पर टिकट दिये। हर जगह घुम-घुम कर प्रचार किया। हमें 80 सीट मिला। जदयू को मात्र 71। कुछ लोगों ने हमसे कहा कि आपकी पार्टी को ज्यादा सीट आया तो सीएम कौन बनेगा। मैंने कहा कि मैं उसूलका पक्का हूं। नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनायेंगे। गरीबों ने मेरे चेहरे पर वोट दिया।
हमने नीतीश को सीएम बनाया, कहा कि काम करने में कोई पेरशानी नहीं होगा। तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को कहा कि कोई गलत काम नहीं होने पाये, इसका ख्याल रखना। तेजस्वी के कारण ही जेपी सेतु समय पर बन पाया। लेकिन नीतीश को तेजस्वी से जलन हो गया।
एकबार नीतीश मेरे घर आये और कहा कि हमें आशिर्वाद दे दीजिए। इस बार भर मुख्यमंत्री बना दीजिए। हम बना दिये। जब बन गया तो पैेंतरा लेने लगा। नीतीश को खतरा था तेजस्वी यादव से। इसलिय दिल्ली जाकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिले। बिहार की बेटी मीरा कुमार को भी अपमानित करने का काम किया।
नीतीश कुमार का सांठ-गांठ भाजपा से चल रहा था। लोग बोलते भी थे, लेकिन हम कहते थे कि ऐसा नहीं होगा। लेकिन नीतीश कुमार ने धोखा देने का काम किया। जिस शरद ने नीतीश को मंत्री बनाने का काम किया, वही नीतीश आज शरद को गलिया रहे हैं।
नीतीश कुमार थाली लेकर बैठे रहे, लेकिन नरेंद्र मोदी ने लात मारकर ठुकरा दिया। जब नीतीश बीमार पड़े तब लगा कि कोई खतरनाक काम में लगा हुआ है। जब फोन किये तो आदमी बोला कि जब ठीक होंगे तब बात करेंगे। हमने बोला कि संयुक्त रूप से गठबंधन के विधायकों का मीटिंग कराओ।
जब सीबीआइ का आदमी छापा मारने आया तो राबड़ी हमको फोन करके बोली। किस केस में आया, क्यों आया पता नहीं चला। उसी समय नीतीश राजगीर चले गये। भ्रष्टाचार पर जीरे टॉलरेंस की बात करने वाले नीतीश सृजन घोटोले पर कार्रवाई क्यों नहीं की। सुशील मोदी को भी इस बात की पूरी जानकारी थी। हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के संरक्षण में सीबीआइ इस केस की जांच करे। लालू ने नीतीश पर व्यंग्य करते हुए कहा एगो छौंड़ी बुलकी, जने देखे दही चूडा, ओने जा के हुलकी। ये नीतीश कुमार की अंतिम पलटी है। इसके बाद वह कभी पलटी नहीं मार सकता है।