काशी में योगी: भ्रष्ट अधिकारियों को कड़ी चेतावनी

 

वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर काफी तल्ख रहे। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यो में देरी पर अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारी अपनी आदतों में सुधार कर लें अन्यथा उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ह्दय योजना के तहत बनारस में चल रहे निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायतें आ रही हैं। ऐसी शिकायतों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण एवं डीएम योगेश्वर राम मिश्र को ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को चिह्ति कर रिपोर्ट मांगी।
कमिश्नरी सभागार में करीब साढ़े तीन घंटे तक चली विकास कार्यो एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ह्दय के तहत बनारस में चल रहे काम की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। पिछले दिनों संगीतकारों के धरने पर बैठने की जानकारी मिली। निश्चित तौर पर उन्होंने निर्माण कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठायी। उन्होंने नगर आयुक्त समेत ह्दय से जुड़े निर्माण एजेंसियों के अफसरों को चेतावनी दी कि आगे शिकायत मिली तो खैर नहीं।
मुख्यमंत्री ने काशीवासियों से अपील कि है कि स्वच्छता अभियान में सहयोग दें। जिससे कि प्रधानमंत्री के सपनों का बनारस स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि जल्द ही काशी में सडक़, सफाई एवं यातायात व्यवस्था में सुधार दिखेगा। इसके लिए काशीवासी भरोसा रखें। कहा कि सरकार ने रोड मैप तैयार किया है। काशी का जो गौरव रहा है उसे स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में आईपीडीएस के जो भी कार्य कराए जा रहे हैं उसमें भी शिकायत आ रही है। यह कतई ठीक नहीं है। जहां कहीं भी भूमिगत केबल डाले जाएं वहां की सडक़ों की मरम्मत पूरा करें। गलियों-मुख्यमार्गो पर सडक़ खोदाई करने के बाद केबल डालकर वैसे ही छोड़ दिए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दिया। कहा कि 30 अक्तूबर तक आईपीडीएस के कार्य हर हाल में पूरा कराएं। इसके लिए दिन-रात काम करें। जिससे कि लोगों को सहूलियत मिल सके। उन्होंने प्रधानमंत्री के दौरे के पहले 30 हजार स्ट्रीट एलईडी लाइटों को शत-प्रतिशत लगाने का निर्देश दिया।
काशी के लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिलने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जलनिगम के अफसरों से जवाब तलब किया। पूछा कि आखिर कब तक शहर को शुद्ध पानी मिलेगा? अफसरों ने कुछ कहना चाहा तो बोले, बहानेबाजी न करो। मुझे पता है कहां गड़बड़ी हुई है। कब तक पेयजल पाइप लाइनों को सीवर लाइन से अलग कर दोगे, इसके बारे में बताओ? अफसरों ने एक माह का समय मांगा। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा, अगली बार आउंगा और दूषित पानी की शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई होनी तय समझिए। नगर आयुक्त ने बताया कि पेयजल लाइनों में लीकेज के चलते 45 फीसदी बर्बाद हो रहा है। उसे बचाने के लिये इजराइल की तकनीकि का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि डिजिटल म्यूजियम बनाये जाने के लिए अस्सी घाट पर स्थान चिन्हिंत किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनारस में भू-माफियाओं पर कार्रवाई की प्रगति को नाकाफी करार दिया। कहा कि जिन लोगेां ने सरकारी-गैर सरकारी एवं गरीबों की जमीन पर कब्जा किए हैं वह खुद खाली कर दें। क्योंकि अब सरकार अपना डंडा चलाने जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि राजनीतिक संरक्षण या बाहुबल के बदौलत अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त अभियान चलाएं। किसी ने निर्माण कराया है तो उसे बुलडोजर लगाकर ढहवाएं। कहा कि सरकारी जमीन हर हाल में खाली होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई की खुली छूट दी। भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई से संबंधित समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्रवाई के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि यदि कोई गरीब व दलित व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान पर झोपड़ी लगाकर रह रहा है तो उसे पहले पात्रता के आधार पर भूमि आवंटित करें। गरीबों का किसी प्रकार उत्पीडऩ नहीं करने की हिदायत दी।