पूर्वांचल पर मेहरबान हैं अमित शाह

 

लखनऊ। यूपी बीजेपी में यूं तो पार्टी में इस पद के लिए मजबूत दावेदारों और योग्य उम्मीदवारों की कमी नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस पद के लिए डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय को चुना है. राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति के बाद राजनीति की लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण राज्य में पार्टी का सर्वोच्च पद भी आरएसएस से जुड़े व्यक्ति को दिया गया है. समाज सेवा में सक्रिय रहे डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय छात्र जीवन से ही आरएसएस से जुड़े हुए हैं.
आपातकाल में डॉ. पाण्डेय पांच माह डीआरडीए के तहत जेल भेजे गए. रामजन्म भूमि आंदोलन में मुलायम सरकार ने इन्हें रासुका के तहत निरुद्ध कर दिया था. गाजीपुर (सैदपुर) के पखनपुर गांव के मूल निवासी डॉ. पाण्डेय (15 अक्टूबर 1957 को जन्म) वाराणसी के विनायका के सरस्वती नगर में निवास करते हैं. एमए, पीएचडी के साथ ही मास्टर आफ जर्नलिज्म की भी डिग्री उन्होंने हासिल की. उनकी पढ़ाई वाराणसी में हुई है. सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में वह 1973 में अध्यक्ष चुने गए. वह 1978 में बीएचयू के महामंत्री बने. पहली बार 1991 में वह भाजपा के टिकट पर विधायक बने. भाजपा सरकार में डॉ. पाण्डेय नगर आवास राज्य मंत्री, नियोजन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रदेश में वे पंचायती राज मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे. भाजपा के संगठन में उन्हें क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत प्रदेश के महामंत्री का पदभार भी सौंपा गया.
उत्तर प्रदेश में इन दिनों पूर्वांचल के नेताओं का बोलबाला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद गोरखपुर से हैं और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद से हैं. इलाहाबाद से ही पार्टी ने दो नेताओं के मंत्री पद भी दिया है. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय भी पूर्वांचल के चंदौली क्षेत्र से सांसद हैं. ऐसे में अब प्रदेश राजनीति में बीजेपी ने एक और पूर्वांचली को अहम पद दे दिया है.
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने संगठन में गजब की सोशल इंजीनियरिंग लागू की. पिछड़े वर्ग को साधने के लिए केशव मौर्य को दिग्गजों पर तरजीह देते हुए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, जिसका पार्टी को खूब फायदा मिला. सरकार बनी तो योगी आदित्यनाथ सीएम बने. इसके अलावा ब्राह्मण वर्ग से दिनेश शर्मा डिप्टी सीएम बने तो केशव मौर्य को उनके बराबर की कुर्सी देकर ओबीसी वोटरों को अहमियत देने का संदेश दिया गया.अब ब्राह्मणों को जीत का तोहफा देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष पद पर डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय को चुना गया है.