मेट्रो को लेकर वाक युद्ध: सपा ने बीजेपी को बताया धोखेबाज

 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि भाजपाई लाख कोशिशें करें सच पर पर्दा डालने की लेकिन राजधानी और आस पास की जनता यह भूली नहीं है कि उसको आवागमन की सुविधा देने के लिए अखिलेश यादव ने ही अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में राजधानी में मेट्रो रेल की परियोजना चलाने की न केवल सोची थी अपितु एक निश्चित अवधि में उसको कार्यान्वित भी कर दिखाया था। विगत 01 दिसम्बर 2016 को ट्रांसपोर्टनगर से चारबाग तक निर्मित प्राथमिक सेक्शन में मेट्रो टेऊन के ट्रायल रन का शुभारम्भ तब मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने किया। समाजवादी सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना की पूर्ति की दिशा में यह प्रभावी कदम था।
आज उन सभी स्थानों पर, जहां मेट्रो स्टेशन बने हैं, सायंकाल समाजवादी कार्यकश्र्राओं और नागरिकों ने बैनर लगाकर मेट्रो संचालन के लिए श्री अखिलेश यादव का आभार व्यक्त किया। इस कृतज्ञता ज्ञापन के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। उनमें मेट्रो को लेकर उत्साह था और वे बराबर एक दूसरे से उस दिन की याद साझा कर रहे थे जब मेट्रो के ट्रायल रन के लिए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। श्री अखिलेश यादव ने तब कहा था कि ‘‘लखनऊ मेट्रो जिंदगी को आसान बनाएगी। लोगों को श्रीधरन जी और कुमार केशव सहित उस टीम की याद दिलाएगी जिसने हमारे उस सपने को सच कर दिखाया।‘‘
आज मेट्रो स्टेशन ट्रांसपोर्टनगर, कृष्णानगर, अवध हास्पिटल, आलमबाग, बस स्टेशन, (टेढ़ी पुलिया) चारबाग, रेलवे स्टेशन पर जनता ने श्री अखिलेश यादव द्वारा दिए गए इस जनोपयोगी उपहार के प्रति आभार प्रदर्शन किया। आभार प्रदर्शन का नेतृत्व सर्वश्री प्रदीप तिवारी, मनीष यादव, मो0 एबाद, बृजेश यादव अनीसराजा, दिग्विजय सिंह ‘देव‘ के साथ श्री विजय सिंह, श्री राम सागर यादव और सुश्री अपूर्वा वर्मा ने किया। इन स्थानों के बाहर एकत्रित लोगों के हाथो में तख्तियां थी जिन पर लिखा था ‘समाजवादी सरकार का काम बोलता है। राजधानी में मेट्रो सुविधा देने के लिए लखनऊ की जनता श्री अखिलेश यादव की आभारी है।‘ अखिलेश यादव ने बड़ी सोच के साथ कई साहसिक निर्णय लिए थे और समाज के सभी वर्गो के हित और यातायात सुविधा हेतु मेट्रो और एक्सप्रेस-वे योजनाएं लागू की थी। मेट्रो के माध्यम से उन्होंने गंगा जमुनी संस्कृति को बढ़ावा दिया और लखनऊ की पहचान चिकनकारी के साथ उसे भी जोड़ा। एक्सपे्रस-वे के द्वारा उन्होंने आगरा-लखनऊ का लम्बा सफर मात्र 4 घंटे में पूरा करने की सुविधा दी। इन दोनों परियोजनाओं के लागू होने से समाज के सभी वर्गों एवं समुदायों को लाभ मिलगी।