नीतीश पेश किया सरकार का रिपोर्ट कार्ड, दिये अव्वल नम्बर

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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में जनता दल (यूनाइटेड) सरकार के 10 साल के शासन का लेखा-जोखा रिपोर्ट कार्ड के रूप में पेश किया है। इसमें उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने कहा कि जब मैने राज्य की बागडोर संभाली थी, तो लोग कहते थे कि बिहार का कुछ नहीं हो सकता है। मैंने यह अवधारणा बदली और साबित करके दिखाया कि बिहार में भी तरक्की हो सकती है। आज बिहार की तरक्की पर शोध करने के लिए विदेशों से भी लोग आते हैं। हमारी सरकार की योजनाओं की वजह से बिहार ने 2005-15 के बीच स्थिर मूल्यों पर 10 फीसदी सालाना और वर्तमान मूल्यों पर 18 फीसदी सालाना की रफ्तार से तरक्की की है।
इस मौके पर कुमार ने विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कई घोषणाएं भी की। उन्होंने राज्य में पंचायत व नगर निकाय शिक्षकों को मानदेय की जगह पर वेतनमान देने का ऐलान किया। यह वेतन उन्हें इस महीने की पहली तारीख से दिया जाएगा। राज्य में इस वक्त ऐसे 3.85 लाख शिक्षक काम कर रहे हैं, जो लंबे वक्त से सरकारी शिक्षकों के समतुल्य वेतन की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने विधानसभा के आगामी सत्र में लोक शिकायतों के निवारण के लिए भी एक कानून लाने का फैसला लिया है, जो उनके मुताबिक भ्रष्टाचार से निपटने में अहम हथियार साबित होगा। वहीं, उन्होंने सरकारी सेवा में कार्यरत डॉक्टरों की सेवानिवृति की आयु सीमा में भी दो साल के इजाफे का ऐलान किया।
कुमार ने इस मौके पर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कन्या साक्षरता दर में बढ़ोतरी को अपनी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि करार दी। उन्होंने कहा, ‘हमने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आमूल-चूल बदलाव किया। हमने सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों, नर्सों और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की, जिस वजह से आज हमारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हर महीने 11,000 मरीज आते हैं। वहीं, 78 फीसदी टीकाकरण दर के साथ हम राष्ट्रीय औसत से भी ऊपर निकल चुके हैं। शिक्षा के बाबत उन्होंने कहा, शिक्षा हमेशा से हमारी सरकार के केंद्र में रहा है। आज राज्य में स्कूलों से बाहर रहने वाले छात्रों की तादाद महज 1.72 फीसदी हो गई है, जो पहले 12 फीसदी थी। आज राज्य में 8 लाख से भी ज्यादा लड़कियां माध्यमिक शिक्षा हासिल कर रही हैं, जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड है।