चाइल्ड ट्रैफिकिंग का मुद्दा उठाएगी फिल्म ‘पेपर रॉकेट’

अनिल बेदाग,
मुंबई। आज हर निर्माता की कोशिश है कि वो राष्ट्र के प्रति अपनी जि़म्मेदारी को समझते हुए सार्थक फिल्म बनाए, जो समाज को जागरूक करे और लोगों को अपराध की तरफ जाने से रोके। कॉन्टेंट की कमी नहीं है। बस जरूरत है तो उसे फिल्म के जरिए अच्छा रूप देने की और कई फिल्मकार इसमें सफल भी हो रहे हैं। अक्षय कुमार ने टॉयलेट के मुद्दे को उठाकर जागृति फैलाने का काम किया। इसी तरह ऐसे विषयों की तलाश की जा रही है, जो समाज को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे विषय अपराध से संबंधित भी हो सकते हैं। पिछले दिनों मुंबई में चाइल्ड ट्रैफिकिंग के मुद्दे को उठाती फिल्म पेपर रॉकेट का मुहूर्त किया गया।
यहां यह बताना भी जरूरी होगा कि चाइल्ड ट्रैफिकिंग या बच्चों की तस्करी जैसे हाई प्रोफाइल रैकेट दुनिया भर में चल रहे हैं जिनमें भारत भी अछूता नहीं है। यह एक ऐसा गंभीर और ज्वलंत विषय है, जिससे देश आज जूझ रहा है और इसमें कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं जिस वजह से इस गैरकानूनी व्यापार पर रोक नहीं लग पा रही। चाइल्ड ट्रैफिकिंग का सीधा संबंध कहीं न कहीं रेडलाइट एरिया से भी जुड़ा है क्योंकि जिन बच्चों की तस्करी की जाती है, उन्हें रेडलाइट एरिया में धकेला जाता है या फिर उनके अंगों को बेचकर अच्छा पैसा बनाया जाता है। ये समाज का एक विकृत चेहरा है, जो परदे के पीछे है, लेकिन अब कुछ जागरूक फिल्मकारं इस संवेदनशील मुद्दे पर फोकस करते हुए इस घिनौने काराबोर से जुड़ी गतिविधियों को फिल्म पेपर रॉकेट के जरिए परदे पर लाने का प्रयास कर रहे हैं जिसकी पहल की है मिक प्रे एंटरटेन्मेंट एंड आर वी पी प्रोडक्शन्स से जुड़े निर्माता विनोद कुमार पांडे और मिक प्रे एंटरटेन्मेंट ने। फिल्म के लेखक और निर्देशक हैं अभिजीत साहू। निर्माता कुमार विनोद पाण्डेय एन्ड मिक प्रे इन्टरटेनमेंन्ट है। मुहूर्त के अवसर पर फिल्म की स्टारकास्ट मोहित मैदान, वाणी वशिष्ठ, रिचा सिन्हा, शाहबाज़ खान, बॉबी कुमार, राजीव और खुशी मल्होत्रा, वरूण बुधदेव, अमर दमाणी, संजय विश्वकर्मा और विकास सिंह राजपूत भी मौजूद थे।