गौरक्षा के लिए केन्द्र और राज्य चिंतित: हलवासिया

लखनऊ । 5 सितम्बर 2017 से मथुरा से प्रारम्भ हुयी गौरक्षा जनसंपर्क यात्रा लखनऊ पहुॅची। हजरतगंज स्थित हलवासिया कोर्ट में समापन समारोह आयोजित किया गया । भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुधीर एस हलवासिया ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य दोनो ही सरकार गौरक्षा को लेकर चिन्तित है परन्तु जब तक गांव और कस्बे स्तर पर लोगो को प्रयास करने होगे तभी गौरक्षा का कार्य हो सकता है। जब तक गाय किसान के आंगन में नहीं पाली जाती तब तक गौरक्षा पूर्णरूप से संभव नहीं, इसलिए लोग घर घर गाय पालना होगा। समाज व सरकार को उन्हे प्रोत्साहन करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि व्यवसायीकरण एवं भौतिकवाद के कारण गाय आज के जनमानस की उपेक्षा का शिकार हो रही है जिसके लिए लोगो की मानसिकता बदलने की आवश्यकता है। वृहद स्तर पर जनजागृति कर गौरक्षा का कार्य किया जा सकता है। समारोह में बोलते हुए स्वामी नारायण दास महाराज ने बताया कि यात्र का मुख्य उद्देश्य सरकार से मांग करना है कि वह गौमांस निर्यात पर प्रतिबन्ध, गौचर मुक्ति, गौआधारित कृषिव्यवस्था पर बल देने का कार्य करे। गौरक्षा अभियान की आगामी रूपरेखा विषय में जानकारी देते हुए बताया कि गौरक्षा अभियान भारतवर्ष के 200 जिलों में चलाया जा रहा है हर जिले से 2000 कार्यकर्ता तैयार किये जा रहे जो मार्च 2018 में वृन्दावन से प्रारम्भ होने वाली गौरक्षा अभियान पदयात्रा में सहभागिता करेंगे। इस अवसर पर अवधेश गुप्ता (छोटू), नीलम तिवारी, पुष्पा ंिसंह चैहान, मो. रिजवान, राकेश तिवारी, अवधेश शुक्ला, भारतीय किसान यूनियन (भानू) प्रदेश महासचिव हरपाल सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष ललिता सिंह चैहान मण्डल अध्यक्ष प्रताप बहादुर, लखनऊ जिलाध्यक्ष मो. सकील, करूनकृष्ण दास, सीके अरोड़ा, गोपालदास बाबा, कृपाशंकर, नत्थी लाल, परशुराम शर्मा, चन्दन सिंह,कृष्णकान्त अवस्थी, मनु तिवारी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।