मोदी का तंज: शिलान्यास के बाद उद्घाटन भी करते हैं

वाराणसी। दो दिनों के दौरे के लिए वाराणसी पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने करीब एक हजार करोड़ रुपये के लागत के विकास कार्यों की घोषणा की। पीएम ने वाराणसी से वडोदरा के लिए शुरू तीसरी महामना एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना भी किया। साथ ही बुनकरों और शिल्पकारों के लिए 300 करोड़ की लागत से बनाए गए दीनदयाल हस्तकला संकुल का भी उद्घाटन किया। पीएम इस अवसर पर भी अपने संबोधन में पिछली सरकारों पर तंज कसने से नहीं चूके। मोदी ने कहा कि हम जब किसी प्रॉजेक्ट का शिलान्यास करते हैं तो उसका उद्घाटन भी करते हैं।
जाहिर तौर पर पीएम मोदी पूर्ववर्ती सरकारों पर प्रॉजेक्ट में देरी को लेकर तंज कस रहे थे। पीएम मोदी ने विकास कार्यों की घोषणा के साथ कहा, आज एक ही कार्यक्रम में एक ही मंच से एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा लागत के विकास कार्यों की घोषणा हुई है। मैं यूपी सरकार का आभारी हूं कि उन्होंने बनारस क्षेत्र के विकास के लिए बड़ी भूमिका निभाई है। आज करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से टेक्स्टाइल मिनिस्ट्री द्वारा जो प्रकल्प बनाया गया है वैसा काम पिछले कई दशकों में नहीं हुआ।
पीएम मोदी ने दीनदयाल हस्तकला संकुल बुनकरों और शिल्पकारों को समर्पित करते हुआ कहा कि इसके माध्यम से उन्हें अपने कौशल को दुनिया को दिखाने का मौका मिलेगा। पीएम ने कहा कि बुनकरों और शिल्पकारों को अपने पूर्वजों से दुनिया को अचंभित करने वाली चीजें बनाने का कौशल मिला है, लेकिन जंगल में मोर नाचा किसने देखा। पीएम ने कहा कि अब इस संकुल की मदद से उनकी प्रतिभा से दुनिया भी परिचित होगी। पीएम ने कहा कि मैं बनारस के ऑटो और टैक्सी ड्राइवरों से अपील करना चाहूंगा कि यहां आने वाले हर विदेशी को इस केंद्र पर लेकर आएं। इससे दुनिया को हमारी ताकत पता चलेगी। पीएम ने कहा कि 300 करोड़ की लागत की यह सिर्फ इमारत नहीं है बल्कि यह भारत के सामथ्र्य की प्रतीक है। पीएम ने कहा कि पहले की सरकारें देश की तिजोरी का इस्तेमाल चुनाव जीतने के लिए करती थीं, हमारी सरकार गरीबों के विकास के लिए काम कर रही है।