आप पार्टी चली विपासना ध्यान की राह

नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद सहयोगी संकट और परेशानी के समय उनका अनुसरण करने के लिए जाने जाते है और अब वे शांति के लिए भी उनका अनुसरण करते दिखाई दे रहे है। केजरीवाल के विपासना ध्यान शिविर का उनकी पार्टी पर व्यापक प्रभाव पड़ा है और कई अन्य नेता भी इस प्राचीन बौद्ध पद्धति का अनुसरण करते हुए नजर आ रहे है। हाल में ध्यान शिविर में शामिल होने के बाद लौटे आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, अभी विपासना ध्यान कोर्स समाप्त किया है। यह अत्यंत उल्लासित करने वाला था। उम्मीद है कि किसी दिन मैं और मेरी पत्नी खुद को ध्यान में पूरी तरह से लीन कर लेंगे।’’ इसका अनुसरण करने वालों में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल, दिल्ली इकाई के पूर्व संयोजक दिलीप पांडे, पंजाब में पूर्व सह-प्रभारी दुर्गेश पाठक और अतिशी मर्लेना शामिल हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि केजरीवाल 10 साल के दौरान 10 दिन के ध्यान शिविर के 35 सत्र पूरे कर चुके हैं।
एक सहयोगी ने कहा ‘‘ हर सत्र के बाद वह नये उत्साह और उमंग के साथ वापस लौटते हैं।’’ केजरीवाल हाल में नासिक के इगतपुरी में ध्यान शिविर में शामिल हुए थे। आप के राष्ट्रीय संयोजक पार्टी के हर बड़ा चुनाव लडऩे से पहले या बाद में विपासना सत्र में शामिल होते है। वह वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद भी ध्यान शिविर में शामिल हुए थे। उस चुनाव में आप का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और उनकी पार्टी दिल्ली की सभी सातों सीटों पर हार गयी थी। पंजाब चुनावों से पहले भी केजरीवाल गत वर्ष अगस्त में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ध्यान शिविर में शामिल हुए थे। मालीवाल ने कहा ‘‘ मेरी सफलता और आज मैं जो कुछ भी हूं वह केवल विपासना के कारण है। यह क्रोध पर काबू रखने में मेरी मदद करता है और मेरा ध्यान बढ़ाता है। मेरे काम के प्रति यह मेरे अन्दर एक नया उत्साह पैदा करता है। इसका एक अच्छा पहलू यह है कि यह अभ्यास गैर सांप्रदायिक है। आप नेता एवं मालीवाल के पति नवीन जयहिंद ने कहा कि ध्यान प्रक्रिया उन्हें ‘‘मानसिक रूप से मजबूत’’ बनाती है और इससे तनाव कम होता है। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल इस ध्यान प्रक्रिया को करने के लिए किसी को नहीं कहते है लेकिन उनमे ‘‘सकारात्मक परिवर्तन’’ देखने के बाद वे उनका अनुसरण करते है। पंजाब चुनावों के बाद बेंगलुरू में प्राकृतिक चिकित्सा के लिए केजरीवाल के साथ गये सिंह ने बताया कि ध्यान सत्र से उन्हें तनाव घटाने में मदद मिली और उनका वजन छह किलोग्राम घटा। उन्होंने वर्ष 2013 में भी ऐसे ही सत्र में भाग लिया था।