शरद बोले: घिनौनी घटना है बीएचयू कांड

पटना। आम चुनाव के पूर्व धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने के लिए केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ लोगों की प्रतिक्रिया जानने चार दिनों की बिहार यात्रा पर आए जदयू के विक्षुब्ध नेता शरद यादव ने आज केंद्र और प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर प्रहार किया। शरद गुट ने प्रदेश की नीतीश नीत जदयू-भाजपा गठबंधन सरकार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था चौपट है। जदयू से निलंबित राज्यसभा सांसद अली अनवर और पूर्व सांसद अर्जुन राय सहित अन्य के साथ आज यहां पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों पर कथित तौर पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के लिए भाजपा नीत केंद्र की सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर प्रहार किया।
उन्होंने कहा कि बीएचयू के विद्यार्थी उचित मांग कर रहे थे…यह एक छोटा मामला था लेकिन वाराणसी में प्रशासन ने बर्बरतापूर्ण उन पर लाठीचार्ज किया। शरद ने कहा कि बीएचयू देश के सबसे पुराने शैक्षिक संस्थानों में से एक है। देश की स्वतंत्रता के 70 वर्षों में ऐसी घिनौनी घटना कभी भी नहीं घटी। उन्होंने इसके लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा की अगुवाई वाली सरकार को दोषी मानते हुए कहा की यही कारण है कि वे देश में इस तरह की ताकतों के खिलाफ लड़ रहे हैं।
शरद ने नरेंद्र मोदी की सरकार पर अपने पिछले तीन साल के शासन के दौरान किसी भी चुनावी वादे को नहीं पूरा करने के लिए भी जोरदार प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चाहे वह हर साल युवाओं को दो करोड़ नौकरियां या किसानों को अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा हो, किसी भी वादे को पूरा नहीं किया गया।
शरद ने कहा कि वादे के अनुसार अब तक युवाओं के लिए 6 करोड़ नौकरियों की व्यवस्था की जानी थी, पर नोटबंदी और जीएसटी के प्रभाव के कारण 3 करोड़ लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है।
इस बीच, नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली जदयू के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने शरद के बिहार दौरे के बारे में कहा, एक राजनेताओं होने के नाते उन्हें एक जगह से दूसरे जगह घूमने का अधिकार है…बिहार के लोग नई सरकार से बहुत खुश हैं। इसलिए राजनीतिक पर्यटन पर आए उनको कोई भी नहीं सुनेगा।
जदयू के एक अन्य प्रदेश प्रवक्ता अजय आलोक ने शरद की चुटकी लेते हुए उन्हें राजद प्रमुख लालू प्रसाद के सारथी की भूमिका में हैं और उन्हें अभी पटना में होने के बजाय सीबीआई का सामना कर रहे राजद प्रमुख का दर्द बांटने दिल्ली में होना चाहिए।