नाभा जेल: एडीजी की जांच रिपोर्ट तैयार, पिंटू को छोडऩे के लिए दबाव

 

लखनऊ (जेएनएन)। नाभा जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड गुरुप्रीत सिंह उर्फ गोपी घनश्यामपुरा को यूपी में छुड़ाए के आरोप के मामले में एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार अपनी जांच रिपोर्ट गुरुवार को डीजीपी सुलखान सिंह को सौंप देंगे। एडीजी आनन्द कुमार का कहना है कि उन्हें जांच के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया गया था, जिसकी मियाद गुरुवार को पूरी हो रही है। उन्होंने जांच पूरी कर ली है और उसे समय अवधि में वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। चर्चा है कि एडीजी ने पंजाब से लौटने के बाद यहां आइजी स्तर के दो अधिकारियों से कई तथ्यों पर जानकारी हासिल की है।
दोनों अधिकारी डीजीपी से भी मिले थे। ध्यान रहे, एडीजी ने गत दिनों पंजाब जाकर आरोपित कांग्रेस नेता संदीप तिवारी उर्फ पिंटू, अमनदीप सिंह व हरदीप सिंह कहलो से लंबी पूछताछ करने के साथ ही अन्य तथ्यों की भी गहनता से जांच की थी। मालूम हो कि सुलतानपुर निवासी कांग्रेस नेता संदीप तिवारी उर्फ पिंटू की गिरफ्तारी के बाद से कांग्रेस खेमे में काफी हलचल है। पिंटू को गांधी परिवार का काफी विश्वासपात्र माना जाता है। पिंटू के चुनाव में खुद प्रियंका भी प्रचार कर चुकी हैं। गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा से पिंटू की काफी नजदीकी है मगर इस मामले में उन्होंने पहले ही साफ कर दिया था कि उनकी पिंटू से कांड के बारे में कोई लेना देना नहीं है। सूत्रों के अनुसार पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने के कारण पुलिस पर भी कांग्रेस नेता पिंटू को छोडऩे के लिए काफी दबाव पड़ रहा है। पंजाब पुलिस के सूत्रों की मानें तो इस बारे में कई बार उच्चाधिकारियों के मौखिक आदेश भी आये थे कि पिंटू को छोड़ दिया जाये।