देश में 30 नदी जोड़ परियोजनाओं को मिली मंजूरी

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज बताया कि केन वेतवा नदी जोड़, पार तापी नर्मदा नदी जोड़ और दमन गंगा पिंजाल नदी जोड़ परियोजना तीन महीने के भीतर शुरू हो जायेगी ।भारत जल सप्ताह सम्मेलन 2017 को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, बाढ़ और सूखे से निपटने के लिये नदी जोड़ परियोजना काफी महत्वपूर्ण है। देश में 30 नदी जोड़ परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है जिसमें से तीन परियोजनाएं केन वेतवा नदी जोड़, पार तापी नर्मदा नदी जोड़ और दमन गंगा पिंजाल नदी जोड़ परियोजना तीन महीने के भीतर शुरू हो जायेगी । ’’ उन्होंने कहा कि सरकार नदियों को आपस में जोडऩे के लिये बड़ी निधि सृजित करने की संभावना तलाश रही है ।सिंचाई परियोजनाओं के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी 27 परियोजनाएं पूरी कर ली जायेंगी । अगले वर्ष 285 नयी सिंचाई परियोजनाओं का कार्य लिया जायेगा जिसके माध्यम से 1 करोड़ 88 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा से जोड़ा जायेगा । सरकार का जोर सिंचाई कार्य के दौरान अधिक से अधिक मात्रा में पानी बचाना है।जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री ने कहा कि पानी, बिजली, परिवहन और संचार विकास के चार प्रमुख स्तम्भ हैं । सरकार प्रत्येक परिवार को सुरक्षित पेयजल पहुंचाने और हर खेत को सिंचाई सुविधा प्रदान करने को प्रतिबद्ध है। इस दिशा में हाल ही में प्रधानमंत्री ने सरदार सरोवर परियोजना का शुभारंभ किया जो चार करोड़ लोगों को पेयजल और 8 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई मुहैया करायेगा ।उन्होंने कहा कि शोधिक जल के उपयोग के लिये नये रास्ते तलाशे जा रहे हैं ।गडकरी ने कहा कि उन्होंने बिजली मंत्री से आग्रह किया है कि एनटीपीसी के बिजली संयंत्र के लिये शोधित जल के उपयोग के रास्ते तलाशें । यह भी जरूरी है कि नदियों से समुद्र में जाने वाले 70 प्रतिशत जल के उपयोग के संबंध में नवोन्मेषी रास्ते तलाशें जाएं ।सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि सरकार साल 2022 तक हर परिवार को स्वच्छ पेयजल और हर खेत को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिये गंभीरता से काम कर रही है। यह गंभीर चिंता का विषय है कि देश में भूजल स्तर गिरता जा रहा है । हमने भूजल का दुरूपयोग किया है। हमें अपनी नदियों, जल संसाधनों, भूजल का सम्मान करना चाहिए, तभी हम नदियों को निर्मल और अविरल बना सकेंगे ।