गुजरात मिशन के लिए बीजेपी का तैयार हो रहा नया प्लान

विशेष संवाददाता, अहमदाबाद। गुजरात में अब बीजेपी नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गई है। नई रणनीति के तहत एक बार फिर बीजेपी राहुल गांधी को फ्लॉप पॉलिटिकल स्टार प्रचारित करने से लेकर कांग्रेस की कमजोर कडिय़ों को तोडऩे में जुट गई है। पार्टी अब यह भी प्लान बना रही है कि राज्य में कांग्रेस ही नहीं बीजेपी विरोधी अधिक पार्टियां चुनाव मैदान में उम्मीदवार उतारें ताकि उसका मिशन कामयाब हो सके। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से 2 नेताओं ने पार्टी छोड़ी और एक ने कैश का लालच देने का आरोप लगाया, उसकी पार्टी को उम्मीद नहीं थी। पार्टी को लग रहा था कि उसने गुजरात के लिए जो बिसात बिछाई है, वह अपना रंग दिखाना शुरू करेगी लेकिन अचानक ही एक करोड़ रुपये का आरोप लगने और उसके फौरन बाद एक और पटेल नेता के पार्टी छोडऩे का ऐलान करने से बीजेपी नेताओं को झटका लगा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसकी उम्मीद नहीं थी। यही वजह है कि अब इन आरोपों के बाद पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। गुजरात में बैठे नेताओं को बाकायदा निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले से किस तरह सावधानी से निपटा जाए।इसके अलावा पार्टी की रणनीति है कि कैश बम से फोकस हटाने के लिए अब राहुल गांधी पर ताबड़तोड़ हमले किए जाएं और राज्य में कांग्रेस की कमजोर कडिय़ों के रूप में ऐसे नेताओं को खोजकर बीजेपी में लाया जाए, जो फिलहाल अपने आलाकमान से नाराज हों। इससे एक तो बीजेपी के पक्ष में माहौल बनेगा और दूसरे राज्य में कांग्रेस कमजोर होती नजर आएगी।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक इस वक्त गुजरात चुनाव को लेकर सारा फोकस पटेल समुदाय पर ही है और कांग्रेस की उम्मीद भी वही है। लेकिन बीजेपी इसका तोड़ खोज रही है। पार्टी नेताओं का कहना है कि पटेलों में भी 2 समुदाय हैं। इनमें से एक समुदाय फिलहाल बीजेपी के खिलाफ दिखता है लेकिन उसका असर सिर्फ उत्तरी गुजरात में है। ऐसे में पार्टी की रणनीति यह होगी कि उत्तरी गुजरात में पटेलों के वोटों का बंटवारा हो जाए। इसके लिए उसकी कोशिश होगी कि अधिक से अधिक बीजेपी विरोधी पार्टियां अपने उम्मीदवार उतारें ताकि बीजेपी विरोधी वोट बंटे।