अखिलेश ने की कार्यकर्ताओं से मुलाकात

 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज राज्य मुख्यालय लखनऊ, में आए सैकड़ों पार्टी कार्यकश्र्राओं ने भेंट की। तमाम कार्यकश्र्राओं ने भाजपा सरकार के दौर में हो रहे उत्पीडऩ की शिकायत की। उन्होंने वर्तमान भाजपा सरकार के विरूद्ध गहरा आक्रोश व्यक्त किया। निकाय चुनावों की गहमागहमी के बीच आज तमाम कार्यकश्र्राओं ने अपने-अपने दावे भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पेश किए। कुछ ने तो आज भी अखिलेश को दीवाली की बधाई दी, जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने भी अपनी शुभकामनाएं दी। महिलाएं एवं नौजवान भी बड़ी संख्या में अपने प्रिय नेता से मिलने आए थे। जगदीशपुर, सुल्तानपुर से आए दिव्यांग मो0 एयाज पुत्र श्री महमूद ने कहा कि आपसे ही उम्मीद है। ग्राम किठोर जनपद मेरठ से आए दिव्यांग रोहिल अली पुत्र सदाकत अली के लिए अखिलेश जी ने ईरिक्शा की व्यवस्था की थी, वह भी उनसे मिलने आया था।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जबसे राज्य में सत्ता में आई है, तभी से वह रागद्वेष की भावना से काम कर रही है। मंहगाई, गरीबी दूर करने की कोई योजना नहीं है। बेकारी और अपराध बढ़े है समाजवादी सरकार ने जनहित की जो योजनाएं लागू की थी उसमें भी रोड़ा अटका दिया। विकास से भाजपा को चिढ़ है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को आंगनबाड़ी की महिलाओं पर भी बर्बर लाठीचार्ज करने में कोई संकोच नहीं हुआ। यह दुखद एवं घोर निंदनीय है। पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोगों को गुमराह करना अधर्म है। यह कृत्य घोर अलोकतांत्रिक है। भाजपा अपने वादे तो निभाती नहीं उल्टे झूठ के प्रचार से लोगों को बहकाने और भरमाने का काम करती है। सांप्रदायिकता को उभार कर समाज को तोडऩे और बांटने का काम करती है। समाजवादी पार्टी ने हमेशा लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव पर बल दिया है और विघटनकारी ताकतों का मुकाबला किया है। इसलिए जनता का रूझान समाजवादी पार्टी की ओर है। उन्होंने गांधी जी का यह कथन याद दिलाया कि गरीबों और खाली पेट वालों को पहले रोटी दो फिर भजन की बात करो। बिना रोजी रोटी दिए प्रवचन देना कहां का धर्म है?