सन्यासी को सीएम बनाने का असर: विकास कम, धार्मिकता में तेजी

 

लखनऊ। यूपी की योगी सरकार विकास कार्यो को लेकर भले ही चर्चा में न हो धार्मिक कामों में बढ़चढ़ रूचि ले रही है। सरकार वृंदावन व बरसाना को तीर्थ स्थल घोषित करने के बाद प्रयाग के श्रृंगवेरपुर में भगवान राम व निषादराज गुह की विशाल प्रतिमा लगाने के साथ चित्र विथिका बनाने जा रही है। योगी सरकार ने मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण व उनके भाई बलराम की क्रीड़ास्थली वृंदावन और श्रीराधारानी की जन्म व क्रीड़ास्थली बरसाना को पवित्र तीर्थस्थल घोषित कर दिया है। पूर्ववर्ती नगर पालिका परिषद वृंदावन और नगर पंचायत बरसाना का अधिसूचित इलाका तीर्थस्थल होगा। इस संबंध में उप्र शासन के धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति के बाद विभाग की ओर से वृंदावन, बरसाना को तीर्थ स्थल घोषित कर दिया गया है। इससे यहां तेजी से विकास होगा, पर्यटन बढ़ेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इन स्थलों पर सफाई, प्रकाश की और व्यवस्था की जाएगी। राधारानी मंदिर परिक्रमा मार्ग पक्का होगा। सीवरेज सिस्टम में भी सुधार होगा। रामायण सर्किट के विकास के क्रम में प्रदेश सरकार श्रृंगवेरपुर के घाटों का सौंदर्यीकरण कराकर वहां 20 फीट की श्रीराम व निषादराज की गले लगते हुए मूर्ति स्थापित करेगी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि प्रयाग आने वाले पर्यटक आस-पास के क्षेत्रों में भी जाएं, श्रृंगवेरपुर उसमें सबसे अहम हैं। श्रृंगवेरपुर में प्रथम फेज में 2948.94 लाख रुपये की लागत में घाट का सौंदर्यीकरण, पूरे क्षेत्र में सोलर लाइटिंग, साइनेज, राम शयन स्थल, वीर आसन, सीता कुंड, टूरिस्ट फेसिलिटी सेंटर, लास्ट माइल कनेक्टिविटी का काम होगा। द्वितीय फेज का काम दिसंबर माह के पहले आरंभ हो जाएगा। इसके तहत 61 करोड़ की लागत से श्रीराम-निषादराज की विशाल मूर्ति लगेगी। इसके अलावा रामकथा दर्शन पार्क, फव्वारा, रामायण गैलरी व लोगों के बैठने का स्थान बनाया जाएगा। श्रीराम व निषादराज की मित्रता को दर्शाने वाली विशाल गैलरी होगी, जिसमें उनसे जुड़े चित्र व मूर्तियां रखी जाएंगी।गौरतलब है कि योगी सरकार ने अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान राम की विशाल मूर्ति लगाने का एलान पहले ही किया है।