दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ गया

नयी दिल्ली। दिल्ली में आज वायु प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ गया जिसके साथ वायु गुणवत्ता खतरनाक हो गयी। एजेंसियों के अनुसार यह हवा स्वस्थ लोगों के लिए भी खतरनाक हैप्रदूषण निगरानी संस्था अधिकारियों ने कहा कि कल शाम से कुछ राहत मिल सकती है क्योंकि सतही हवाओं की गति बढेगीवायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली ने कहा कि 14 नवंबर की शाम को बारिश की संभावना है।सेंटर कंट्रोल रूम फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के अनुसार कल कम आपात स्तर से नीचे चले जाने के बाद आज दोपहर हवा में पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 और पीएम10 की सघनता क्रमश: 478 एवं 713 थी।24 घंटे के लिए इनसे जुड़े सुरक्षित मानक 60 एवं 100 हैं। कई जगहों पर दृश्यता 100 मीटर से कम हो गयी।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने वायु गुणवत्ता सूचकांक 460 दर्ज किया जो कल 403 था। सबसे ज्यादा मौजूदगी पीएम2.5 और कार्बन मोनोऑक्साइड की थी।इस बीच, रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वह वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए उत्तर भारत के राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक समिति का नेतृत्व करें।लोगों ने अपनी आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है जिससे स्थिति की गंभीरता का पता चलता है।केंद्र संचालित सफर (सिस्टम फॉर एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) की पीएम2.5 की रीडिंग भी 400 से ज्यादा थी। यह भी गंभीर श्रेणी में आता है।सीपीसीबी और सफर के वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रदूषण में ताजा वृद्धि की वजह उत्क्रमण परत (वह परत जिसके बाहर प्रदूषक वातावरण के ऊपरी परत नहीं जा सकते) में गिरावट है जो न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में तेजी से आयी कमी के कारण हुआ।सीपीसीबी की वायु प्रयोगशाला के प्रमुख दीपांकर साहा ने कहा कि कोहरा असल में धूल और नमी का मिश्रण है। बादल की घनी चादर के बनने से भी नमी में वृद्धि हुई और न्यूनतम एवं अधिकतम दोनों तापमान में कमी हुई है।