मोदी की दहाड़: न्यू इंडिया के संकल्प को करूंगा पूरा

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भ्रष्टाचार से मुक्त, उज्जवल भारत के भविष्य और न्यू इंडिया के संकल्प को पूरा करने की दिशा में उठाए गए कदमों के लिए वह बड़ी से बड़ी राजनीतिक कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री ने यह उल्लेख कालाधन पर लगाम लगाने के लिये उठाने गए कदमों के संदर्भ में किया है।
मोदी ने कहा कि हम एक ऐसी व्यवस्था की तरफ बढ़ रहे हैं जिसमें कालाधन पैदा करना, व्यवस्था की कमजोरी की वजह से भ्रष्टाचार करने की संभावना कम से कम रह जाएगी।
प्रधानमंत्री ने हिन्दुस्टान टाइम्स लीडरशीफ समिट को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद देश में जिस तरह का व्यवहारिक बदलाव आया है उसे आप खुद महसूस कर रहे होंगे। स्वतंत्रता के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब भ्रष्टाचारियों को कालेधन के लेन-देन से पहले डर लग रहा है। उनमें पकड़े जाने का भय आया है। जो कालाधन पहले समानांतर अर्थव्यवस्था का आधार था, वह नोटबंदी के बाद औपचारिक अर्थव्यवस्था में आया है।
उन्होंने कहा कि जिस दिन देश में ज्यादातर खरीद-फरोख्त, पैसे के लेन-देन का एक तकनीकी और डिजिटल पता हो गया, उस दिन से संगठित भ्रष्टाचार काफी हद तक थम जाएगा। ‘‘ मुझे पता है, इसकी मुझे राजनीतिक तौर पर कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन उसके लिए भी मैं तैयार हूं। मैंने इस राह को चुना है। ’’ मोदी ने कहा कि जब योजनाओं में गति होती है, तभी देश में प्रगति आती है। कुछ तो परिवर्तन आया होगा जिसकी वजह से सरकार की तमाम योजनाओं की स्पीड बढ़ गई है। साधन वही हैं, संसाधन वहीं हैं, लेकिन व्यवस्था में रफ्तार आ गई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि सरकार, नौकरशाही में भी एक नई कार्य-संस्कृति तैयार कर रही है। उसे ज्यादा जवाबदेह बना रही है।