भडक़ने को है द गेम ऑफ अयोध्या की आग

 

 

अयोध्या। पद्मावती के विरोध के बाद अब विवादास्पद फिल्म द गेम ऑफ अयोध्या का भी विरोध शुरू हो गया है। अयोध्या के संतों ने फिल्म के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंक दिया है। संतो ने कहा है कि इस विवादास्पद फिल्म को रिलीज होने से रोका जाए नहीं तो वे सडक़ों पर आने को मजबूर होंगे। संतों ने पूरे देश में आंदोलन की धमकी दी है। बता दें कि 8 दिसंबर को रिलीज होने जा रही लिब्राहन कमीशन की रिपोर्ट पर आधारित फिल्म द गेम ऑफ अयोध्या के विरोध की आग अयोध्या पहुंच गई है। आरोप है कि फिल्म में हिंदुओं को छल से भगवान राम की मूर्ति स्थापित करते दिखाया गया है। फिल्म का विरोध करते हुए विश्व हिंदू परिषद ने इसे सस्ती लोकप्रियता बताया है। वीएचपी के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि फिल्म निर्माता माहौल बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं। शर्मा ने कहा, शांतिपूर्ण माहौल को बिगाडऩे में ऐसे लोगों की सक्रियता जगजाहिर है। पद्मावती को लेकर संपूर्ण देश में आंदोलन हो रहा है ,और अब अयोध्या को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है ।फिल्म सेंसर बोर्ड इस पर तत्काल कार्रवाई करे और फिल्म पर रोक लगाई जाए। श्री राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राज कुमार दास ने कहा कि यह छल और प्रपंच पर आधारित फिल्म बनाई गई है। सेंसर बोर्ड फिल्म पर तत्काल रोक लगाए। अगर वह ऐसा नहीं करता है तो संत समाज सडक़ों पर आने को मजबूर होगा ।पूरे देश में आंदोलन होगा क्योंकि पूरी फिल्म तथ्य से परे है।