नायडू बोले: सिंघल थे निष्काम सेवा के प्रतीक

नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने विहिप नेता अशोक सिंहल को सार्वकालिक लोकप्रिय संगठनकर्ता बताते हुये उन्हें निष्काम सेवा का प्रतीक बताया।
नायडू ने सिंहल के कृतित्व पर लेखक महेश भागचन्दका द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन करते हुये कहा कि उन्होंने समाज और देश के लिए अपने जीवन के 75 वर्ष दिये। नायडू ने विश्वास व्यक्त किया कि सिंहल की त्यागपूर्ण तपस्या का फल भावी पीढिय़ों को जरूर मिलेगा।
नायडू ने पुस्तक में वर्णित सिंहल की कार्यपद्धति के हवाले से कहा कि उनके जीवन में विरोधाभाषों के बीच भी अद्भुद सामंजस्य दिखाई देता है। ज्ञान, विज्ञान और इंजीनियरिंग के छात्र होने के बावजूद सिंहल का मन गंगा किनारे धर्म, समाज और संस्कृति के चिंतन में रमता था। वह आत्म संस्कार और अनुशासन के लिए संघ की शाखा से जुडक़र निरंतर सक्रिय रहे। नायडू ने कहा कि सिंहल का जीवनवृत्त भावी पीढिय़ों को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।